हरिद्वार। जिलाधिकारी सी.रविशंकर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण से सम्बन्धित क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने प्रजेंटेशन के माध्यम से जिलाधिकारी को बताया कि प्राथमिकता के आधार पर फेस-1 में फ्रण्ट लाइनर जैसे मेडिकल अफसर आदि, फेस-2 में सरकारी व निजी चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ आदि तथा फेस-3 में 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों तथा अन्य का टीकाकरण किया जायेगा। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभिन्न स्रोतों से डाॅटा प्राप्त कर एक सम्पूर्ण डाॅटावेस तैयार किया जाए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से पूछा कि डाॅटाबेस तैयार करने के बाद आप लोगों को कैसे सूचित करेंगे। इस पर अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीनेशन से पहले कोविड पोर्टल पर पंजीकरण की सुविधा दी जायेगी। पंजीकरण कराने पर लोगों को उनके मोबाइल पर वैक्सीन की डोज देने का दिन, समय और बूथ की जानकारी दी जायेगी तथा जिनके पास मोबाइल नम्बर नहीं है, उन्हें आशा व आंगनवाड़ी वर्कर्स सूचित करेंगे। बैठक में जिला व ब्लाक टास्क फोर्स की बैठक, कण्ट्रोल रूम का संचालन, कोल्ड चेन की व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वैक्सीनेशन से जितने भी लोग जुड़े हैं। उन सबको आवश्यकतानुसार यथाशीघ्र ट्रेनिंग दी जाये तथा इस सम्बन्ध में लोगों को जागरूक करने के लिये ग्राम स्तर तक जन-जागरूकता अभियान भी चलाया जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनीत तोमर, सहायक मुख्य चिकित्साधिकारी, सहायक नगर आयुक्त तनवीर नगर निगम हरिद्वार, पंचायत राज अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित सम्बन्धित विभागों के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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