हरिद्वार। पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने श्री दक्षिण काली मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की ओर देश व प्रदेश की खुशहाली व कोरोना मुक्ति की कामना की। उमा भारती ने महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी से मुलाकात भी की। स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने मां की चुनरी व नारियल भेंटकर उमा भारती का स्वागत किया। उमा भारती ने कोरोना की तैयारियों के बीच कराए जा रहे कंुभ कार्यों पर संतोष जताते हुए कहा कि कोरोना के बीच कुंभ की तैयारियां करना कठिन चुनौती है। इसके बावजूद सरकार कुंभ कराने के लिए लगातार प्रयासरत है। सरकार के प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि संत महापुरूषों के तप बल से कुंभ मेला सकुशल व भव्य रूप से संपन्न होगा। कोरोना की रोकथाम के लिए भी केंद्र व राज्य सरकारें निरंतर कदम उठा रही हैं। कोरोना का टीका लगभग तैयार कर लिया गया है। जल्द ही देश में टीकाकरण अभियान भी शुरू होने वाला है। उम्मीद है कि कोरोना जल्द समाप्त हो जाएगा और कंुभ मेला पूरी दिव्यता व भव्यता से संपन्न होगा। श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार के अथक प्रयासों व संत समाज के समन्वय से कुंभ मेला निर्विघ्न रूप से संपन्न होगा। सरकार विकास कार्यो के साथ साथ कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रयास कर रही है। मां दक्षिण काली की पूजा अर्चना व सच्चे मन से की गयी आराधना अवश्य ही कोरोना संक्रमण को रोकने में कारगर होगी। इस दौरान पंडित प्रमोद पाण्डे, स्वामी विवेकानंद ब्रह्मचारी, स्वामी राधाकांताचार्य, स्वामी लाल बाबा, सागर ओझा आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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