हरिद्वार। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने हरिपुर कलां स्थित हरि सेवा आश्रम पहुचकर महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज से भेंटकर आशीर्वाद लिया। म.म. हरिचेतनानंद व महंत कमलदास महाराज ने डा. निशंक को शाॅल व रुद्राक्ष की माला पहना कर आशीर्वाद दिया। भेंट के दौरान स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से कहा कि महाकुंभ 2021 को दिव्य भव्य मनाया जाये। कुंभ संपन्न कराने का डा.निशंक को अनुभव है। डा.निशंक के कार्यकाल मे महाकुम्भ 2010 दिव्य भव्य सम्पन्न हुआ था। कोरोना के लिये सरकार को बड़े स्तर पर व्यवस्था करनी चाहिए और महाकुम्भ को दिव्य भव्य रूप से संपन्न कराना चाहिए। देश विदेश के श्रद्धालु भक्तों को सरकार की ओर से कोविड 19 की गाइड लाईन का पालन, दो गज की दूरी मास्क है जरूरी का पालन कराकर पतित पावनी माँ गंगा मे महाकुम्भ के शाही स्नान करने के लिये निमंत्रण देना चाहिए, तभी महाकुम्भ दिव्य भव्य सम्पन्न होगा। महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि कुम्भ प्रशासन द्वारा उत्तरी हरिद्वार का समुचित विकास कराए। जिससे श्रद्धालु भक्तों को किसी भी दिक्कत या परेशानी का सामना ना करना पड़े। दोनो संत ने प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की। इस मौके पर भाजपा नेता ओमप्रकाश जमदग्नि, महंत केशवानंद भी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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