हरिद्वार। पीठ बाजार सामान्य व्यापारी विकास समिति के बैनर तले भेल सेक्टर वन के पीठ बाजार लघु व्यापारियों ने बाहरी जनपदों से दुकाने लगाने वाले लघु व्यापारियों का विरोध किया। पीठ बाजार व्यवसायियों का आरोप है कि बाहरी जनपद के व्यापारी स्थानीय व्यापारियों के साथ मारपिटाई व गालीगलौच कर रहे हैं। भेल सम्पदा विभाग को बाहरी जनपदों से पीठ बाजार में दुकानें लगा रहे असामाजिक तत्वों पर रोक लगाने की मांग की। अध्यक्ष ओमप्रकाश ने कहा कि भेल सेक्टर वन पीठ बाजार में वर्षो से दुकानें लगा रहे व्यापारियों से बाहरी जनपदों के व्यापारी मारपिटाई गालीगलौच कर रहे हैं। पीठ का दायरा बढ़ाया जा रहा है। पीठ लगने वाले स्थान के बाहर दुकानें लगायी जा रही हैं। जिससे स्थानीय व्यापारियों को सामान लाने ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भेल सम्पदा विभाग को वेंडर लाईसेंस लागू कर स्थानीय व्यापारियों को सुविधाएं प्रदान की जाएं। आठ सौ दुकानदार पूर्व से ही भेल पीठ बाजार में दुकानें लगाते चले आ रहे हैं। मास्टर रामपाल व भगत सिंह ने कहा कि भेल सम्पदा विभाग को व्यापारियों का चयन कर दुकानें लगाने की अनुमति स्थानीय व्यापारियों को ही देनी चाहिए। काफी अर्से से फल, सब्जी, आलू, प्याज, कपड़े, जूते के अलावा चाट पकौड़ी की दुकानें लगाकर अपने परिवारों का लालन पालन कर रहे पीठ बाजार के स्थानीय व्यापारियों को बाहरी जनपदों से आ रहे व्यापारियों से दिक्कतें पेश आ रही हैं। उन्होंने मांग की कि इन लघु व्यापारियों का सत्यापन भी किया जाए। क्योंकि कुछ असामाजिक तत्व दुकानें लगाकर स्थानीय व्यापारियों से लड़ाई झगड़े पर उतारू रहते हैं। सड़कों पर दुकानें लगायी जा रही हैं। जिससे ग्राहकों का भी परेशानी होती है। वेंडर लाईसेंस की प्रक्रिया को अतिशीघ्र लागू किया जाना चाहिए। रोष जताने वाले लघु व्यापारियों में रविन्द्र व राजकुमार बबलू शर्मा, कृष्णा, नामदेव, राजकुमार, भगत सिंह, मास्टर रामपाल, बबलू शर्मा, ऋषिपाल, राहुल कश्यप, सौरभ, मनोज पाल, राजीव गौतम, सुनील, राजेंद्र नामदेव, बबलू, प्रदीप नामदेव, ओमप्रकाश, अंशुल, सुन्दरलाल, अमित कुमार, जयकुमार आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment