हरिद्वार। एडवोकेट क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड के राज्यस्तरीय टूर्नामेंट के फाइनल मैच में देहरादून बी टीम ने हल्द्वानी की टीम को सात विकेट से पराजित कर सीरीज पर कब्जा किया। एडवोकेट क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड के अध्यक्ष संजीव कुमार वर्मा ने बताया कि जमालपुर कलां मैदान में गुरुवार को खेले गए टूर्नामेंट के फाइनल मैच में हल्द्वानी टीम के कप्तान महेश सुयाल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। हल्द्वानी टीम ने पहले खेलते हुए 19.5 ओवर में दस विकेट पर 126 रन का लक्ष्य देहरादून बी को दिया। हल्द्वानी टीम के बल्लेबाज मनोज मोहन ने सर्वाधिक 30 रन बनाए। दूसरी पारी में देहरादून बी ने कप्तान प्रशांत नेगी के नेतृत्व में 18.3 ओवर में लक्ष्य को प्राप्त कर जीत हासिल की। देहरादून बी टीम ने सात विकेट शेष रहते फाइनल मैच पर कब्जा कर लिया। देहरादून बी की ओर से बल्लेबाज महीप ने चार विकेट और सर्वाधिक 31 रन का योगदान दिया। देहरादून बी के महीप को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। मैच कमेंटरी पूर्व सचिव जिला बार संघ कुलवंत सिंह चैहान व सागर मेसन ने की। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी सी रविशंकर, विशिष्ट अतिथि स्वामी दर्शानंद भारती ने संयुक्त रूप से विजेता और उपविजेता टीम के खिलाड़ियों को पुरस्कार दिया। देहरादून बी के खिलाड़ी डिगर नेगी को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। सीरीज का बेस्ट बॉलर डिगर नेगी, बेस्ट बल्लेबाज अमन वर्मा, बेस्ट विकेटकीपर परितोष, फील्डर शिरीष बहुगुणा और बेस्ट कैच के लिए खिलाड़ी अतुल शर्मा को चुना किया गया। मैच आयोजन व्यवस्था में संजीव वर्मा, एसके भामा, संजीव सिरोही, वरुण बालियान, सोपिन चैधरी, संजीव चैधरी, भूपेंद्र चैहान, मोतीलाल कौशल, अर्जुन कश्यप, राजीव तोमर, दिविक चैहान, अतुल शर्मा, निवेश चैधरी, धर्मवीर और अमित गर्ग मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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