हरिद्वार । जिलाधिकारी सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में आईएमए विलेज योजना एवं मधु ग्राम के चयन हेतु गठित समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में अधिकारियों ने जिलाधिकारी को बताया कि आईएमए विलेज एवं मधु ग्राम योजना के तहत जनपद से एक गांव का चयन किया जाना है, इसका चयन जहां एकीकृत ग्राम योजना चल रही है, उसी में से करना है। इस योजना के अन्तर्गत 500 लाभार्थियों का चयन होना है। बैठक में अधिकारियों ने नारसन ब्लाक के मकदूमपुर ग्राम पंचायत का प्रस्ताव आईएमए विलेज योजना एवं मधु ग्राम के लिये रखा। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों से पूछा कि इसका चयन किस आधार पर किया गया है। मौके पर उपस्थित उस क्षेत्र के एक मौन पालक ने बताया कि हमारे समूह में 70-80 लोग जुड़े हैं। हरिद्वार से प्रति वर्ष सीजन में पाॅलिनेशन के लिये डेढ़ लाख बाॅक्स हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर तथा राजस्थान भेजे जाते हैं तथा यहां से विभिन्न प्रदेशों में पाॅलिनेशन के लिये भेजने हेतु ट्रांसपोर्टेशन की अच्छी व्यवस्था है एवं जो शहद प्राप्त होता है, हम उसे बाजार मेें बेच देते हैं। जिलाधिकारी ने मौन पालक से पूछा कि कोई ब्राण्ड ईजाद किया है या वैसे ही बिना ब्राण्ड के बेच रहे हैं, इस पर मौन पालक ने बताया कि अभी तो बिना ब्राण्ड के ही बेच रहे हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि लाभार्थियों के चयन हेतु जो पात्रता रखी जायेगी, उसमें सभी वर्गो-किसान, महिला किसान, दिव्यांग, थर्ड जेन्डर, अनुसूचित जाति,जनजाति आदि का पूरा ध्यान रखा जाये। बैठक में उद्यान अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी सहित सम्बन्धित विभागों के अन्य अधिकारीगण एवं मौन पालक उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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