हरिद्वार। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 21 लाख रुपये दिए हैं। अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख पदम् सिंह को सँयुक्त रूप से 21 लाख का चेक सौंपा। मंदिर निर्माण में सभी संत और महात्माओं से सहयोग करने के लिए पंचायत अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने एक प्रस्ताव लाने की घोषणा भी की है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम हम सबके प्रभु है। हम सबके कण-कण में भगवान श्रीराम बसते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम के मंदिर के लिए सहयोग करने की अभी शुरुआत की है। देश के सभी संत और महंतों से भगवान श्री राम मंदिर के लिए अपना सहयोग देने की अपील करेंगे। श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि सभी संत और महात्मा श्रीराम मंदिर निर्माण में सहयोग करें, इसके लिए एक प्रस्ताव पारित करने जा रहे हैं। विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने कहा कि भगवान श्री राम मंदिर समर्पण निधि के लिए पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा की ओर से 21 लाख रुपये का चेक दिया गया है। इससे पूरे देश में संदेश जाएगा और अन्य लोग भी प्रेरित होकर इसमें आगे आएंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख पदम सिंह ने कहा कि पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी हमेशा से ही धर्म कर्म और सामाजिक कार्यों में सर्वोच्च भूमिका निभाता आया है। इस अवसर पर श्रीमहंत राम रतन गिरी, महंत मनीष भारती, महंत राधे गिरी, महंत नरेश गिरी, महंत केशव पुरी, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल शर्मा, विहिप के जिलाध्यक्ष नितिन गौतम, जिला धर्माचार्य संपर्क प्रमुख मयंक चैहान, विभाग संगठन मंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राहुल सारस्वत आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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