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केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी के खिलाफ व्यापारियों का डमरू बजाकर प्रदर्शन

 हरिद्वार। महाकुम्भ 2021 के आयोजन पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मन्त्रालय द्वारा भारी भरकम (एसओपी) शर्ते लगाने के विरोध में प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल ने डमरू बजाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने कहा कि कुम्भ मेले हिन्दू समुदाय की विश्व व्यापी पहचान हैं। कुंभ मेला भारतीय संस्कृति, अध्यात्मिक श्रद्धा और आस्था का महापर्व है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा बड़ी-बड़ी राजनीतिक रैलिया कर रही है। जिसमें हजारों लाखों की भीड़ इकठ्ठा हो रही है। कोरोना के दृष्टिगत रैलियों में जमा होने वाली भीड़ पर नियंत्रण के लिए किसी प्रकार के कोई दिशा निर्देश नहीं जारी किए जा रहे हैं। लेकिन हरिद्वार में 12 साल बाद होने वाले धार्मिक महापर्व कुम्भ मेले के सीमित करने के लिए भारी भरकम दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं। कोरोना से पहले ट्रेंनों का संचालन बाधित रहने व उसके बाद लाॅकडाउन के चलते हरिद्वार का व्यापारी पहले से ही आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। अब कुंभ मेले में आने वाल श्रद्धालुओं के लिए कठिन एसओपी जारी कर दी गयी है। ऐसे में कोई भी श्रद्धालु हरिद्वार कैसे आ पाएंग। जिससे व्यापारी और व्यापार पंगु हो जाएगा। इसके केवल भ्रष्ट तंत्र को लाभ होगा। जनता की खून पसीने की कमाई कुंभ के नाम पर हजम कर ली जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार की एसओपी को अनुचित ठहराते हुए इसे सरल बनाने और श्रद्धालुओं का मौके पर ही टीकाकरण किए जाने मांग की। महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि बेहद कठिन एसओपी से कुंभ मेला विफल और हरिद्वार का व्यापारी व व्यापार चैपट हो जाएगा। जब श्रद्धालु ही नहीं आएंगे तो कुंभ मेले की तैयारी भारी-भरकम तामझाम क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार का व्यापारी इसका विरोध करता है। उन्होंने कहा कि जब कोरोना की वैक्सीन आ गई है तो प्रवेश से पूर्व ही श्रद्धालुओं को वैक्सीन लगायी जाए। जिससे कोरोना का खतरा स्वतः ही खत्म हो जाएगा। त्रिवाल कहा कि केंद्र सरकार कोरोना के नाम पर हिंदू महापर्व कुंभ के आयोजन को सीमित करना चाहती है, इसका डटकर विरोध किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में विकास तांत्रिवाल, अजय रावल, गगन गुगनानी, मोहनदास गोस्वामी, राजेश अग्रवाल, दिनेश कुकरेजा, धर्मेन्द्र गुप्ता, गोपाल दास गोस्वामी, ऋषभ गोयल, राजीव शर्मा, दिनेश साहू, सदानन्द सक्सेना आदि शामिल रहे। 


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