हरिद्वारः अपर मेला अधिकारी, डाॅ0 ललित नारायण मिश्र एवं रामजी शरण शर्मा ने गुरूवार को पावनधाम आश्रम के निकट तैयार हो रहे 150 बेड के जनरल हाॅस्पिटल का कुम्भ की व्यवस्थाओं की तैयारियों की दृष्टि से स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पी0डब्ल्यू0डी0 के अधिकारियों ने हाॅस्पिटल का पूरा साइड प्लान अपर मेलाधिकारियों को साइड प्लान के अनुसार कहां पर ओ0पी0डी0 की व्यवस्था होगी, कहां पर वी0आई0पी0 लाॅन्ज होगा, कहां कैण्टीन होगी, कितनी चैड़ी रोड होगी आदि के सम्बन्ध मंे विस्तृत जानकारी दी। अपर मेलाधिकारियों ने कोविड-19 के दृष्टिगत अधिकारियों से हाथ धोने की व्यवस्था के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि पानी के नलों को हाथ से खोलना पड़ेगा। इस पर अपर मेलाधिकारियों ने पी0डब्ल्यूड0डी0 के अधिकारियों को निर्देशित किया कि हाथ धोने के लिये भारत सरकार द्वारा जारी एस0ओ0पी0 के अनुसार फुट आॅपरेटेड व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। अपर मेलाधिकारियों ने जनरल हाॅस्पिटल में पानी की निकासी एवं फ्लोरिंग के लिये आई मेंट का भी बारीकी से निरीक्षण किया। अपर मेलाधिकारियों ने जब पी0डब्ल्यूड0डी0 के अधिकारियों से जनरल हाॅस्पिटल का काम कब तक पूरा हो जायेगा, के सम्बन्ध में पूछा, तो अधिकारियों ने कहा कि 15 फरवरी तक हम इसे हैण्डओवर कर देंगे। अपर मेलाधिकारी ने जानकारी दी कि जनरल हाॅस्पिटल के अलावा 20 बेड के पांच हाॅस्पिटल स्वीकृत हैं तथा 20 बेड के ही छह हाॅस्पिटल और 10 बेड के 12 हाॅस्पिटल बनने प्रस्तावित हैं। इनके अतिरिक्त जगजीतपुर में 2000 बेड का एक कोविड हाॅस्पिटल बनना है। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के एस0के0 गर्ग सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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