हरिद्वार। प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चैधरी ने प्रैस क्लब मे पत्रकार वार्ता करते हुए सरकार से कुंभ स्नान के लिए आने वाले श्रद्धाालुओें पर लागू की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता को समाप्त करने की मांग की है। बुधवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए संजीव चैधरी ने कहा कि कि कोरोना काल से ही मंदी का सामना कर रहे व्यापारियो की आखिरी उम्मीद महाकुम्भ ही है। ऐसे मे यदि कुम्भ मे आने वाले यात्रीयों पर कोरोना की रिपोर्ट की बाध्यता लागू हुई तो गंगा स्नान के लिए यात्रीयों की संख्या में भारी गिरावट आना तय है। इसलिए व्यापारियों का हित देखते हुए कोरोना रिपोर्ट की बाध्यता समाप्त की जाए। उन्होंने कहा कि चुनावी रैलियो, राजनीतिक सभाओं, रोड़ शो में अपार भीड़ उमड़ रही है। इसके लिए सरकार ने कोई पैमाना तय नहीं किया है। तो आस्था के पर्व कुम्भ मे गंगा स्नान के लिए आने वाले यात्रियों पर किसी भी तरह की बाध्यता लागू नहीं की जानी चाहिए। बाध्यताएं लागू करने यात्री की संख्या कम होगी और बाजारो की हालत मे सुधार नही होगा। चैधरी ने कहा कि कुम्भ मे सामूहिक भजन-कीर्तन पर भी रोक नही होनी चाहिए। यदि कुम्भ का आयोजन बड़े स्तर पर नही हुआ तो व्यापारी सड़क पर आ जाएग। सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए। वरना व्यापारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे। अनुशासन समिति के अध्यक्ष सुधीश श्रोत्रिय व जिला उपाध्यक्ष पंकज सवन्नी ने कहा कि सरकार अखाड़ों की तर्ज पर सभी व्यापारियों को एक-एक लाख रूपए आर्थिक सहायता के रूप में दे। जिला उपाध्यक्ष अशोक गिरी व व्यापारी नेता संजीव कुमार ने कहा कि सरकार को व्यापारी हितों के विपरीत कोई फैसला नहीं करना चाहिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment