हरिद्वार। उत्तरी हरिद्वार के भूपतवाला की पीपल वाली गली व रानी गली में नवनिर्मित सड़क के निर्माण मे स्थानीय लोगों ने विभागीय अधिकारियो व ठेकेदार पर धांधली का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण मानकों को दरकिनार कर किया गया है। वाटर लेवल सही न होने से सड़क का पानी घरो मे घुस रहा है। यदि सड़क मानकों के अनुसार बनायी गयी होती तो वाटर लेवल ठीक होता ओर पानी अपनी पुरानी स्थिति के अनुसार बहता घरो मे नहीं घुसता। स्थानीय निवासी मास्टर सतीश चन्द शर्मा ने बताया कि जब सड़क निर्माण हो रहा था तो सड़क को उलटी दिशा मे विभागीय अधिकारियो की देख रेख मे ठेकेदार ने बिना वाटर लैबल के मानकों को दर किनार कर सड़क का निर्माण कराया। जिससे सड़क का पानी लोगों के घरो मे घुस रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तो सड़क की तराई वाला पानी घरो मे घुसने से स्थानीय लोग परेशान है। बरसात के दौरान तो लोगों के घर तालाब बन जायेगे। मास्टर सतीश चन्द शर्मा ने बताया कि पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर सड़क का वाटर लैबल ठीक कराने व सड़क को सही बनाने का शिकायती पत्र देकर एक सप्ताह का टाइम दिया है। यदि विभाग एक सप्ताह मे सड़क ठीक नहीं करता है तो मास्टर सतीश चन्द शर्मा न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे ओर कार्यदायी विभाग व ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर जांच करायेगे। स्थानीय लोगों ममता सैनी, शशी ठाकुर, जीत सिंह, मा.सतीश चन्द शर्मा, सुरेश कश्यप, सचिन शर्मा, आशा, मिथलेश, कुँवर सिंह, राधा शर्मा आदि ने सड़क निर्माण मे विभागीय अधिकारियो पर लापरवाही व ठेकेदार के साथ मिलकर सड़क निर्माण मे धांधली कर वाटर लैबल सही न करने के आरोप लगाये है। लोगों का कहना है कि पहले जब सड़क बनी हुई थी, तब लोगों के घरो मे पानी नहीं जाता था। लेकिन अब ऐसी सड़क बनी है, जिसका पानी घरो के अन्दर घुस रहा है। सभी ने जिलाधिकारी व विभागीय अधिशासी अभियंता से गुहार लगाई है की सड़क निर्माण की जांचकर लोगों के घरो को तालाब बनने से बचाया जाए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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