हरिद्वार। कुम्भ मेला को लेकर अखाडों में तैयारियाॅ तेज हो गयी है। सन्यासी अखाड़ों में रमता पंचों के आगमन,धर्म ध्वजा की स्थापना के अलावा पेशवाई निकालने की तिथियाॅ घोषित हो चुकी है। श्रीपंचायती निरंजनी अखाड़ा में 27फरवरी को धर्म ध्वजा स्थापित की जायेगी,जबकि तीन मार्च को पेशवाई निकाली जायेगी।ै वही जूना अखाड़ा,अग्नि अखाड़ा के अलावा आवाहन अखाड़ा की ओर से 4 व 5मार्च को पेशवाई निकाली जायेगी। श्रीनिरंजनी अखाड़ा की पेशवाई एसएमजेएन पीजी काॅलेज परिसर से तो जूना व अग्नि अखाड़े की चार मार्च को तथा 5मार्चा को आवाहन अखाड़े की पेशवाई निकाली जायेगी। शुक्रवार को मेला आई जी संजय गुज्याल व जूना अखाड़ा के पदाधिकारियों तथा श्रीगंगा सभा के पदाधिकारियों ने पाण्डेवाला स्थित गुघाल मन्दिर पहुचकर पेशवाई मार्ग का निरीक्षण करते हुए पेशवाई निकालने पर चर्चा की। इस दौरान मेला आईजी संजय गुज्याल ने जूना अखाडे के संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज से पेशवाई मार्ग को लेकर चर्चा की। निरीक्षण के दौरान श्रीगंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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