हरिद्वार। प्रधानमंत्री के मन की बात का लाइव प्रसारण में पहुचे व्यापारी नेताओं को मायूस होना पड़ा,क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन कुम्भ के दौरान सरकार द्वारा जारी एसओपी को लेकर कोई चर्चा नही की। हलांकि प्रधानमंत्री ने कुम्भ की चर्चा करते हुए जल संरक्षण पर जोर दिया। लेकिन चर्चा के दौरान एसओपी को लेकर किसी प्रकार की चर्चा नही की। बताया जाता है कि कई व्यापारी नेता इस उम्मीद को लेकर कार्यक्रम में पहुचे थे कि एसओपी के सम्बन्ध में अपनी बात प्रधानमंत्री तक पहुचायेंगे,लेकिन बात पहुचाना तो दूर,प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कुम्भ के दौरान लागू एसओपी को लेकर किसी प्रकार की चर्चा नही की। कार्यक्रम के बाद कई व्यापारी नेताओं को मायूस होकर लौटना पड़ा। कुछ व्यापारी नेताओं का कहना था कि प्रधानमंत्री द्वारा मन की बात में व्यापारियों की समस्याओं पर किसी प्रकार की चर्चा नही होने पर उन्हे मायूसी लगी। वे व्यापारियों के लिए भी कुछ संदेश देने की इच्छा लेकर आये थे,लेकिन प्रधानमंत्री के संबोधन से उन्हे निराशा हाथ लगी। इस कुम्भ मेले में व्यापारियों की समस्याओं को लेकर कोई भी बात करने को तैयार नही है,ऐसे में प्रधानमंत्री से उन्हे उम्मीद थी,लेकिन संबोधन के बाद उन्हे निराशा हुई।
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