हरिद्वार। कोरोना काल के बीच आयोजित हो रहे महाकुंभ को कोविड के खतरे से दूर रखने के लिए बीएचईएल द्वारा कुम्भ मेला क्षेत्र की सड़कों तथा घाटों पर सघन सैनेटाइजेशन अभियान चलाया जाएगा। यह सैनेटाइजेशन बीएचईएल द्वारा विकसित सैनिटाइजिंग स्प्रे मशीन “बीएचईएल मिस्टर” द्वारा किया जाएगा। अभियान का शुभारम्भ करते हुए जिलाधिकारी सी. रविशंकर तथा भेल के कार्यपालक निदेशक संजय गुलाटी ने हरी झंडी दिखाकर “बीएचईएल मिस्टर” को रवाना किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में सी. रविशंकर ने भी बीएचईएल के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि कुम्भ मेले में कोरोना संक्रमण की आशंकाओं को खत्म करने की दिशा में बीएचईएल का यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है। संजय गुलाटी ने कहा कि हमारी कंपनी इस मुश्किल घड़ी में देश के साथ है। उन्होंने कहा कि बीएचईएल के शीर्ष प्रबंधन मंडल विशेषकर हमारे अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा. नलिन सिंघल की प्रेरणा एवं सहयोग से हम अपने इस सामाजिक उत्तरदायित्व को मूर्त रूप दे पा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बीएचईएल द्वारा यह सैनेटाइजेशन कुम्भ मेले के दौरान आयोजित होने वाले शाहीस्नान एवं कुंभ स्नान पर्वों के ठीक दो दिन पहले तथा उसके दो दिन बाद तक किया जाएगा। जिला प्रशासन, कुंभ मेला अधिकारियों,साधु-सन्यासियों आदि ने बीएचईएल की इस सामाजिक पहल की सराहना की है। 15 से 20 मीटर दूर तक छिड़काव करने वाले इस मिस्टर की मदद से एक घंटे में लगभग 10 किलोमीटर क्षेत्र को सैनेटाइज किया जा सकता है। ट्रक, टैंक एवं जेनरेटर की मदद से इसबीएचईएल मिस्टर को पूर्ण रूप से एक मोबाइल स्प्रे यूनिट के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। इस अवसर पर अपर जिला अधिकारी, के. के. मिश्रा, महाप्रबंधक (मानव संसाधन) आर. आर. शर्मा सहित अनेक महाप्रबंधकगण, वरिष्ठ अधिकारी, सीएसआर विभाग के सदस्य तथा यूनियन प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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