हरिद्वार। कुम्भ मेला कार्यो का जायजा लेने पहुचे मुख्य सचिव स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था को देखने के लिए सबसे पहले दूधाधारी स्थित बाबा बर्फानी अस्पताल में बनी कोविड यूनिट का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने मेलाधिकारी स्वास्थ्य डाॅ0 अर्जुन सिंह सेंगर से कोविड यूनिट की सुविधाओं, डाक्टरों की तैनाती और अब तक कितने डाक्टरों ने ज्वाइन किया है, इसकी जानकारी ली। मुख्य सचिव ने कोविड परीक्षण केंद्र के काउंटर, वार्ड का निरीक्षण किया। वार्ड में बड़ा एग्जाॅस्ट फैन लगवाने के निर्देश दिए। उन्होंने आईसीयू, जनरल वार्ड, शौचालय का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कोविड यूनिट में दो आटोमेटिक हाइड्रोलिक चेयर लगवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने अस्पताल में बनाई जा रही व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। मुख्य सचिव ने पावनधाम में बने 150 बेड के बेस अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में मेल-फीमेल वार्ड, आईसीयू, सीसीयू का निरीक्षण किया। मेलाधिकारी स्वास्थ्य डाॅ0 सेंगर से एंबुलेंस आदि की जानकारी लेने के साथ ही अस्पताल के डेढ़ किलोमीटर के दायरे में साइनेज लगवाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने इसके बाद नीलधारा चंडीटापू स्थित मीडिया सेटर का निरीक्षण किया। महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चैहान, संयुक्त निदेशक राजेश कुमार, नोडल अधिकारी मीडिया कुंभ मनोज कुमार श्रीवास्तव ने मीडिया सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी। मीडिया सेंटर की व्यवस्थाओं को देखकर मुख्य सचिव ने संतोष जताया। इस दौरान जिलाधिकारी सी. रविशंकर, एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबूदई कृष्ण राज एस, अपर मेलाधिकारी डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, रामजी शरण शर्मा, सेक्टर मजिस्ट्रेट योगेंद्र सिंह मेहरा आदि मौजूद थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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