हरिद्वार। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कोरोना पाॅजिटिव होने के बाद 20 मार्च को मुख्यमंत्री के साथ लोकापर्ण कार्यक्रम के साथ गंगा पूजन में शामिल होने वालों को 14 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रहना होगा। साथ ही 25 मार्च को आर.टी0पी0सी0आर जाॅच आवश्यक रूप से करानी होगी। ज्ञात रहे कि 20 मार्च को मुख्यमंत्री ने हरिद्वार पहुचकर गंगा पूजन करने के बाद मीडिया सेंटर में 120करोड़ से अधिक निर्माण कार्यो का लोकापर्ण किया था,इस दौरान केन्द्रीय मंत्री डाॅ.रमेश पोखरियाल निशंक,गन्ना राज्यमंत्री स्वामी यतिश्वरानंद,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक,विधायक सुरेश राठौर,आदेश चैहान के अलावा कई भाजपा नेता व मेला अधिकारी के साथ साथ मेला एवं जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में कई लोगों ने इन जनप्रतिनिधियों को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री के कोरोना पाॅजिटिव होने के बाद से अब इसको लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद 20मार्च को मुख्यमंत्री के सम्पर्क में आने वाले जनप्रतिनिधियों,अधिकारियों,संतो, के साथ साथ पत्रकारों एवं अन्य व्यक्ति जो अति जोखिम वाले व्यक्ति जो मुख्यमंत्री के एक मीटर के दायरे में रहे हो,जिनके द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया हो,मुख्यमंत्री के अत्यधिक समीप आने वाले सभी व्यक्ति अति जोखिम वाले श्रेणी में आयेंगे। वे सभी 20मार्च से 14दिनों के लिए होम आइसोलेश्न में रहने के साथ साथ 25मार्च को आर0टी0पी0सी0आर जाॅच अवश्य करायेंगे साथ ही अपने स्वास्थ्य की निगरानी रखेगे। कोविड19 के दिशा निर्देशों का पालन करेगें । विज्ञप्ति में कहा गया है कि कम जोखिम वाले व्यक्ति भी जिन्होने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल हुये हो वे भी अपने स्वास्थ्य की 14 दिनों तक निगरानी रखेगे। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर नही जायेंगे और कोविड के नियमों का पालन करेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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