हरिद्वार। श्री पंच अग्नि अखाड़े में गरीब, असहाय लोगों के लिए अन्न क्षेत्र प्रारम्भ किया गया है। इस दौरान अग्नि अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी रामकृष्णानंद महाराज ने कहा कि भूखे को भोजन, प्यासे को पानी और रोगी को चिकित्सा उपलब्ध कराना सनातन धर्म का मुख्य सिद्धांत है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के इस मुख्य सिद्धांत का पालन करते हुए अग्नि अखाड़े द्वारा संचालित सेवा प्रकल्पों की कड़ी मे कुंभ मेले के अवसर पर झालावार गुजरात आश्रम में अनवर्त चलने वाले अन्न क्षेत्र का शुभारंभ किया गया है। सभापति स्वामी मुक्तानंद बापू महाराज ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। सभी को मिलजुल कर निराश्रितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। गरीबों की सेवा ही सच्ची ईश्वर भक्ति है। उन्होंने कहा कि निरंतर चलने वाले अन्न क्षेत्र का लाभ निराश्रितों के साथ-साथ स्थानीय गरीब परिवारों को भी मिलेगा। श्री पंच अग्नि अखाड़े में प्रत्येक कुंभ मेले में सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज कल्याण में योगदान प्रदान किया जाता है। श्रीमहंत संपूर्णानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि विश्व धरोहर कुंभ मेला समाज में एकता व अखण्डता को कायम रखता है और अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अखाड़े की सेवा परम्परा के तहत शुरू किए अन्न क्षेत्र में सभी गरीब जरूरतमंदों को प्रतिदिन दोनो समय भोजन की सुविधा व आश्रय प्रदान किया जाएगा। कोरोना के चलते कुंभ की तैयारियों कुछ प्रभावित जरूर हुई हैं। लेकिन मां गंगा की कृपा से कुभ मेला पूरी दिव्यता व भव्यता के साथ संपन्न होगा। जयराम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि मानव सेवा ईश्वर पूजा के समान है। स्वामी मुक्तानंद बापू अनेक सेवा प्रकल्पों के माध्यम से राष्ट्र कल्याण में अपना अहम योगदान प्रदान करते चले आ रहे हैं। अग्नि अखाड़े के कुंभ मेला प्रभारी श्रीमहंत साधनानंद महाराज ने कहा कि राष्ट्रोत्थान में श्री पंच अग्नि अखाड़ा हमेशा से ही अग्रणी भूमिका निभाता चला आ रहा है। देश विदेश से आने वाले श्रद्धालु कोरोना नियमों का पालन करते हुए आस्था के महापर्व में सम्मिलित होकर अपना जीवन सफल बनाएं। श्री पंच दशनाम आह्वान अखाड़े के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत सत्यगिरी महाराज ने कहा कि सेवा सनातन धर्म का मूलमंत्र है। श्री पंच अग्नि अखाड़े में गरीब, असहाय लोगों की मदद के लिए शुरू किया गया अन्न क्षेत्र सभी को प्रेरणा देगा। इस दौरान पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, म.म.स्वामी हरिचेतनानंद महाराज, म.म.स्वामी ललितानंद गिरी, स्वामी केशवानंद आदि सहित बड़ी संख्या में संतजन मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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