हरिद्वार। कुम्भ मेला 2021 के दौरान नई पहल करते हुए प्रिंस पाइप्स एंड फिटिंग्स लिमिटेड ने हरिद्वार में कोरोना के दृष्टिगत कुंभ के दौरान आने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कई पहल की हैं। इस सम्बन्ध में प्रिंस पाइप्स के प्रबंध निदेशक पराग छेदा ने बताया कि ‘‘अब हर घर में गंगा हर घर के लिए गंगा’’, अभियान शुरू किया है, जिसके तहत श्रद्धालुओं को 5 घाटोंः स्थानों - विश्वकर्मा पर विशेष कियोस्क पर पवित्र गंगा जल वाले प्रिंस पाइप्स पानी की एक छोटी सी टंकी दी जाएगी। हर की पौड़ी, ब्रह्म कुंड, सुभाष घाट, विष्णु घाट, प्रेम नगर घाट और घाटों पर कार पार्किंग क्षेत्र, भेल पार्किंग आदि स्थानों पर यह व्यवस्था रहेगी। लघु स्टोरफिट पानी की टंकियों से एक संदेश मिलता है, जो दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जल संकटों में से एक भारतवासियों को पानी बचाने के लिए महत्वपूर्ण संदेश देता है। प्रिंस पाइप्स एंड फिटिंग्स लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेशक पराग छेदा ने कहा, “कुंभ एक बहुप्रतीक्षित धार्मिक आस्था का पर्व है, जो लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ नागरिकों और श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए इस बार स्वास्थ्य को प्राथमिकता के केंद्र में रखा गया है। हमारे अभियान अब घर घर गंगा के माध्यम से, हमने पवित्र गंगा जल तक पहुंच आसान बना दी है, क्योंकि वरिष्ठ नागरिक घाटों पर जाने में असमर्थ हैं। गंगा जल के साथ हमारे स्टोरफिट पानी की टंकियों को 5 स्थानों पर हमारे कर्मचारियों द्वारा कियोस्क पर वितरित किया जाएगा। यह उन आगंतुकों के रूप में अद्वितीय है, जो 12 साल के कार्यक्रम में एक बार कुंभ मेले में शामिल होने जा रहे हैं, जो महामारी में घाटों पर इकट्ठा होने के अपने जोखिम को सीमित करते हुए, महामारी के दौरान भी एक आसान, संगठित तरीके से पवित्र जल को वापस ले जाने में सक्षम होंगे। यह प्रयास सभी सावधानियों को बनाए रखते हुए बड़ी संख्या में कुंभ श्रद्धालुओं की मदद करेगा। ”
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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