हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता महाकुम्भ में यातायात व्यवस्था के साथ ही पुलिस व अर्धसैनिक बल के साथ हर चुनौती का जमकर समाना कर रहे है। बुधवार सुबह कनखल स्थित एक कॉलेज में लगे पंडाल में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। सूचना पर अग्नि शमन विभाग, पुलिस व अर्धसैनिक बलों के सहयोग के लिए आरएसएस के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुचे। आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने अपनी जान की प्रवाह किये बगैर आग बुझाने के साथ ही आग में फंसे लोगों को बाहर निकलने का काम किया। लगभग 20 आरएसएस कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुँचे कर अग्नि शमन पुलिस के साथ आग पर काबू पाया। पूरे परिसर में लगभग 70 से 80 टेंट जलकर राख हो गए। इस घटना में एक महिला व बच्ची घायल हुए हैं। जिन्हें तुरंत उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। मौके पर पहुचे स्वयंसेवकों ने टेंटों में से सिलिंडर व गैस चूल्हे अलग किये। आरएसएस कार्यकर्ताओं को मौके पर लगभग 20 से 50 हजार रुपये के अधजले नोट, 2 मोबाइल, 1 अधजला पासपोर्ट व कुछ कागज मिले। जिन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। आरएसएस के कार्यकर्ताओं की समाज के प्रति ऐसी निष्ठा व कर्तव्य को देखकर पुलिस व अर्धसैनिक बलों ने भी खूब सराहना की।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment