हरिद्वार। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि शाही स्नान पर्व को देखते हुए 11 से 14 अप्रैल तक सभी टेªेने ज्वालापुर स्टेशन पर रूकेगी। कहा कि कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के अनुमान के अनुसार उत्तर रेलवे पूरी तरह तैयार है। श्री गंगल शुक्रवार को हरिद्वार में चल रहे कुम्भ मेले के शाही स्नानों पर रेलवे की तैयारियों का जायजा लिया। जिसके बाद महाप्रबंधक मीडिया से भी मिले जिसमे उन्होंने कहा कि कुम्भ को लेकर उनकी सभी तैयारियां पूरी है भीड़ की डिमांड के अनुसार पर्याप्त मात्रा में ट्रेन चल रही है और जैसा कि मेला प्रशासन ने हमसे सहयोग मांगा था कि 11 से 14 अप्रैल के बीच हरिद्वार से पहले ज्वालापुर स्टेशन पर सभी गाड़ियों का स्टॉपेज दिया जाए जो हमारे द्वारा दिया जा रहा है। हरिद्वार में कुम्भ पर्व चल रहा है और कुम्भ में श्रद्धालुओं को उनके ग्रह स्थानों से कुम्भ मेला में लाने में अहम भूमिका निभाने वाली रेलवे की तैयारियों का जायजा लेने आज उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक हरिद्वार दौरे पर थे जहाँ उन्होंने कुम्भ मेले के शाही स्नानों पर भीड़ के दबाव को देखते हुए अपने अधिकारियो के साथ बैठक कर रेलवे की तैयारियों का जायजा लिया। जिसके बाद पत्रकार वार्ता में महाप्रबंधक आशुतोष गंगल का कहना था कि वे आश्वस्त है कि कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के अनुमान के अनुसार उत्तर रेलवे पूरी तरह तैयार है। उन्होंने बताया कि रेलवे द्वारा हरिद्वार स्टेशन पर 4 होल्डिंग एरिया बनाये गए है जहाँ 10 हजार से ऊपर की कैपिसिटी है। उन्होने जानकारी दी कि ज्वालापुर में भी अतिरिक्त स्टॉपेज बनाये गए है। उन्होंने बताया कि पूरे रेलवे स्टेशन को सीसीटीवी से लैस किया गया है जिससे प्लेटफॉर्म पर भीड़ का दवाब बढ़ने पर राज्य पुलिस और 1 हजार रेलवे सुरक्षा बल तुरंत हरकत में आकर भीड़ को नियंत्रित कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि रेलवे सुनिश्चित करेगा कि लोग कोविड के नियमो का पालन करे ,मास्क पहने ओर जो लोग मास्क नही पहने होंगे उनका चालान भी काटा जाएगा। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि कुम्भ मेला प्रशासन द्वारा स्नान पर्वो के अवसर ओर भीड़ नियत्रंण के लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर दवाब कम करने के लिये उपाय के तौर पर ज्वालापुर स्टेशन पर यात्रियों को उतारने को कहा था जिसके पर रेलवे 11 से 14 अप्रैल तक हरिद्वार आने वाली सभी ट्रेनों को ज्वालापुर में रोकने का निर्णय लिया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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