हरिद्वार। कोरोना के कारण लगे लोग डाउन से व्यापारी वर्ग को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा अब धीरे-धीरे प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है वही प्रदेश में एक बार फिर 6 जुलाई तक ढील देते हुए लॉक डाउन को बढ़ा दिया गया है साथ ही इस बार मंसूरी और नैनीताल को के बाजारों को सातों दिन खोलने की अनुमति दी गई है जिस पर हरिद्वार के व्यापारियों में काफी आक्रोश है व्यापारियों की मांग है कि जिस तरह मंसूरी और नैनीताल में वीकेंड पर दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है उसी तरह हरिद्वार को भी शनिवार और संडे दुकानें खोली जानी चाहिए। हरिद्वार के व्यापारियों का कहना है कि धर्म नगरी हरिद्वार में सारा व्यापार टूरिस्ट पर निर्भर है ऐसे में लॉक डाउन के कारण अब यात्री केवल शनिवार और संडे वीकेंड पर ही दिखता है उस दिन सरकार की गाइडलाइन के अनुसार हमें अपनी दुकानें बंद करनी पड़ती है जिसका कोई भी लाभ व्यापारियों को नहीं मिल पाता इसलिए सरकार को चाहिए कि हरिद्वार में भी सातो दिन दुकाने खोलने की अनुमति दी जाए अगर दुकानों को कोरोना के कारण बंद भी करवाना है तो इसके लिए कोई और दिन रखे रहना चाहिए न कि वीकन्ड के दिनों में। वहीं प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले पर व्यापारी नेता सुरेश गुलाटी का कहना है कि व्यापारियों की मांगों को लेकर लगातार मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से मिला गया लेकिन उसके बावजूद भी व्यापारियों के हितों में अब तक सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है अब तो ऐसा लगने लगा है कि हरिद्वार के व्यापारियों के साथ सरकार ने अनदेखी का मन बना रखा है मंसूरी और नैनीताल में सातों दिन दुकानें खोलने के आदेश दे दिए गए लेकिन हरिद्वार के साथ भेदभाव करके शनिवार और संडे दुकानें बंद रखी गई हमारी मांग हैं सरकार से की जिस तरह मंसूरी और नैनीताल में दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है उसी तरह हरिद्वार में भी शनिवार और संडे दुकानें खोली जानी चाहिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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