हरिद्वार। सिडकुल स्थित सत्यम आॅटो कम्पोनेन्टस से नौकरी से निकाले गए श्रमिकों ने परिवार सहित भगत सिंह चैक से चंद्राचार्य चैक तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया और कारखाना प्रबंधन का पुतला फूंका। प्रदर्शन के दौरान महिपाल सिंह, चन्दे्रश व दिनेश राणा आदि श्रमिकों ने कहा कि चार वर्ष से श्रमिक बेरोजगार हैं। परिवार का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है। श्रमिक कार्य करने को तैयार हैं। लेकिन कारखाना प्रबंधन पीड़ित श्रमिकों को काम पर नहीं ले रहा है। अप्रैल में जिला अधिकारी के समक्ष कंपनी प्रबंधन के साथ हुई वार्ता में अनुशासन पत्र भरवाकर श्रमिकों को काम पर वापस लिए जाने के संबंध में सहमति बनी थी। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने अभी तक किसी भी श्रमिक को नौकरी पर वापस नहीं लिया है। हठधर्मिता पर अड़ा कंपनी प्रबंधन ना तो राज्य सरकार न ही जिला प्रशासन के निर्देशों को मान रहा है। जिससे श्रमिकों में रोष व्याप्त है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द श्रमिकों को काम पर वापस नहीं लिया जाता है तो फैक्ट्री गेट पर धरना प्रदर्शन, तालाबंदी व आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शन व पुतला दहन करने वालों में मेजर, मदन मोहन, अरूण कुमार, संतोष, इन्दु बहुखण्डी, रजनी जोशी, किरण, सविता आदि शामिल रहे। कांग्रेस नेता जगदीश असवाल व मनोज जाटव ने श्रमिकों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि महंगाई के दौर में रोजगार नहीं रहने पर श्रमिकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। फैक्ट्री प्रबंधन को नियमों का पालन करते हुए सभी श्रमिकों को तत्काल नौकरी पर वापस लेना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि श्रमिकों को जल्द नौकरी पर वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
हरिद्वार। सिडकुल स्थित सत्यम आॅटो कम्पोनेन्टस से नौकरी से निकाले गए श्रमिकों ने परिवार सहित भगत सिंह चैक से चंद्राचार्य चैक तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया और कारखाना प्रबंधन का पुतला फूंका। प्रदर्शन के दौरान महिपाल सिंह, चन्दे्रश व दिनेश राणा आदि श्रमिकों ने कहा कि चार वर्ष से श्रमिक बेरोजगार हैं। परिवार का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है। श्रमिक कार्य करने को तैयार हैं। लेकिन कारखाना प्रबंधन पीड़ित श्रमिकों को काम पर नहीं ले रहा है। अप्रैल में जिला अधिकारी के समक्ष कंपनी प्रबंधन के साथ हुई वार्ता में अनुशासन पत्र भरवाकर श्रमिकों को काम पर वापस लिए जाने के संबंध में सहमति बनी थी। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने अभी तक किसी भी श्रमिक को नौकरी पर वापस नहीं लिया है। हठधर्मिता पर अड़ा कंपनी प्रबंधन ना तो राज्य सरकार न ही जिला प्रशासन के निर्देशों को मान रहा है। जिससे श्रमिकों में रोष व्याप्त है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द श्रमिकों को काम पर वापस नहीं लिया जाता है तो फैक्ट्री गेट पर धरना प्रदर्शन, तालाबंदी व आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शन व पुतला दहन करने वालों में मेजर, मदन मोहन, अरूण कुमार, संतोष, इन्दु बहुखण्डी, रजनी जोशी, किरण, सविता आदि शामिल रहे। कांग्रेस नेता जगदीश असवाल व मनोज जाटव ने श्रमिकों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि महंगाई के दौर में रोजगार नहीं रहने पर श्रमिकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। फैक्ट्री प्रबंधन को नियमों का पालन करते हुए सभी श्रमिकों को तत्काल नौकरी पर वापस लेना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि श्रमिकों को जल्द नौकरी पर वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
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