हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के पंजीकरण कि अवधि समाप्त हुए वर्षों बीत जाने के बाद अब संघ कि मान्यता खत्म होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अब पंजीकरण न होने, गलत नाम का प्रयोग करने आदि मुद्दों को आधार मानते हुए संघ कि मान्यता समाप्त करने कि मांग कि गई है। यदि मान्यता खत्म नहीं कि गई तो आंदोलन कि चेतावनी दी गई है। गौरतलब है कि उत्तराखंड प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों का संगठन उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून प्रदेश के गठन से आज तक किसी भी जनपद के निबंधकध् उपनिबंधक फर्म्स सोसाइटी एवं चिटफंड कार्यालय में पंजीकृत नहीं है। शासन द्वारा यह सूचना दी है कि किसी भी संस्था को पंजीकरण होने के पश्चात ही उस संस्था को मान्यता प्रदान की जाएगी । जबकि उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून का पंजीकरण प्रदेश गठन से आज तक न होने पर भी इसको शासन द्वारा गलत तथ्यों पर वर्ष 2002 में मान्यता दी गई है। इसी मान्यता को निरस्त करने के लिए शिकायतकर्ता जितेंद्र सिंह निवासी शिवालिक नगर हरिद्वार ने महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड , माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड , माननीय शिक्षा मंत्री उत्तराखंड , शिक्षा सचिव उत्तराखंड शासन देहरादून, अपर सचिव कार्मिक एवं सतर्कता अनुभाग-2 उत्तराखंड शासन देहरादून , शिक्षा महानिदेशक विद्यालय शिक्षा देहरादून , निबंधक ध् उपनिबंधक चिटफंड कार्यालय देहरादून और निदेशक महोदय को दो बार पत्र देकर मान्यता निरस्त करने का निवेदन किया है। शिकायतकर्ता ने 26 जून 2021 में निदेशालय में जाकर पुनः पत्र देकर यह निवेदन किया है कि उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून की मान्यता बिना पंजीकरण के है इसकी मान्यता शीघ्र अति शीघ्र निरस्त की जाए। यदि ऐसा निदेशक कार्यालय द्वारा नहीं किया गया तो शिकायतकर्ता माननीय न्यायालय की शरण में जाएगा और निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन शान्ति पूर्वक करने के लिए बाध्य होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी निदेशक कार्यालय की होगी। शिकायतकर्ता जितेंद्र सिंह का कहना है कि निदेशालय प्राथमिक शिक्षा देहरादून के कुछ अधिकारी उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून की मान्यता गलत होने पर भी इस संगठन के नेताओं को सहयोग कर रहे हैं । निदेशक कार्यालय के एक उच्च अधिकारी उत्तरांचल स्टेट प्राइमरी टीचर एसोसिएशन देहरादून और उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून को एक समझने का कार्य कर रहे हैं जो की पूरी तरह सोसायटी एक्ट और शासनादेश तथा सेवा संघो की नियमावली के विपरीत है तथा नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। जैसे हरि लाल को ग्रीन या रेड नहीं लिखा जा सकता ओर लाल सिंह को रेड लाॅयन नही लिखा जा सकता है। क्योंकि जिस नाम से जो संस्था निबन्धकध् उपनिबंधक फर्म सोसायटी चिटफंड कार्यालय में अपना पंजीकरण करवाती है वह उसी नाम का प्रयोग करते हुए मान्यता ले सकती है अन्य किसी नाम से मान्यता नही ले सकती है।
हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के पंजीकरण कि अवधि समाप्त हुए वर्षों बीत जाने के बाद अब संघ कि मान्यता खत्म होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अब पंजीकरण न होने, गलत नाम का प्रयोग करने आदि मुद्दों को आधार मानते हुए संघ कि मान्यता समाप्त करने कि मांग कि गई है। यदि मान्यता खत्म नहीं कि गई तो आंदोलन कि चेतावनी दी गई है। गौरतलब है कि उत्तराखंड प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों का संगठन उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून प्रदेश के गठन से आज तक किसी भी जनपद के निबंधकध् उपनिबंधक फर्म्स सोसाइटी एवं चिटफंड कार्यालय में पंजीकृत नहीं है। शासन द्वारा यह सूचना दी है कि किसी भी संस्था को पंजीकरण होने के पश्चात ही उस संस्था को मान्यता प्रदान की जाएगी । जबकि उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून का पंजीकरण प्रदेश गठन से आज तक न होने पर भी इसको शासन द्वारा गलत तथ्यों पर वर्ष 2002 में मान्यता दी गई है। इसी मान्यता को निरस्त करने के लिए शिकायतकर्ता जितेंद्र सिंह निवासी शिवालिक नगर हरिद्वार ने महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड , माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड , माननीय शिक्षा मंत्री उत्तराखंड , शिक्षा सचिव उत्तराखंड शासन देहरादून, अपर सचिव कार्मिक एवं सतर्कता अनुभाग-2 उत्तराखंड शासन देहरादून , शिक्षा महानिदेशक विद्यालय शिक्षा देहरादून , निबंधक ध् उपनिबंधक चिटफंड कार्यालय देहरादून और निदेशक महोदय को दो बार पत्र देकर मान्यता निरस्त करने का निवेदन किया है। शिकायतकर्ता ने 26 जून 2021 में निदेशालय में जाकर पुनः पत्र देकर यह निवेदन किया है कि उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून की मान्यता बिना पंजीकरण के है इसकी मान्यता शीघ्र अति शीघ्र निरस्त की जाए। यदि ऐसा निदेशक कार्यालय द्वारा नहीं किया गया तो शिकायतकर्ता माननीय न्यायालय की शरण में जाएगा और निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन शान्ति पूर्वक करने के लिए बाध्य होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी निदेशक कार्यालय की होगी। शिकायतकर्ता जितेंद्र सिंह का कहना है कि निदेशालय प्राथमिक शिक्षा देहरादून के कुछ अधिकारी उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून की मान्यता गलत होने पर भी इस संगठन के नेताओं को सहयोग कर रहे हैं । निदेशक कार्यालय के एक उच्च अधिकारी उत्तरांचल स्टेट प्राइमरी टीचर एसोसिएशन देहरादून और उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून को एक समझने का कार्य कर रहे हैं जो की पूरी तरह सोसायटी एक्ट और शासनादेश तथा सेवा संघो की नियमावली के विपरीत है तथा नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। जैसे हरि लाल को ग्रीन या रेड नहीं लिखा जा सकता ओर लाल सिंह को रेड लाॅयन नही लिखा जा सकता है। क्योंकि जिस नाम से जो संस्था निबन्धकध् उपनिबंधक फर्म सोसायटी चिटफंड कार्यालय में अपना पंजीकरण करवाती है वह उसी नाम का प्रयोग करते हुए मान्यता ले सकती है अन्य किसी नाम से मान्यता नही ले सकती है।
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