हरिद्वार। कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर पत्नी समेत 7लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि दिल्ली निवासी एक विवाहिता ने अपने परिवार वालों के साथ मिलकर पति को परेशान करने के साथ साथ पति को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी महिला ने दी थी। कोतवाली ज्वालापुर पुलिस के मुताबिक ज्ञानलोक कालोनी सराय रोड ज्वालापुर निवासी तरित पुत्र नन्दकिशोर श्रीकुंज ने शिकायत देकर बताया कि उसकी शादी 29 जनवरी 2020 को दिल्ली के रोहिणी के सेक्टर 14 निवासी निधि पुत्री आदर्श जोशी के साथ हुई थी। आरोप है कि उसकी पत्नी व परिवार वाले शादी के बाद से ही छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करते हैं। इसके साथ ही फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी देते रहते हैं। आरोप है कि 17 फरवरी 2021 को किराये के मकान पर उसकी सास, पत्नी की दो बहन अमिता व मनीषा और भाई अरूण व चचेरा भाई पवन व दो अन्य व्यक्ति तथा एक पुलिस कर्मी करीब एक बजे दिन आये और आते ही अभद्रता करने लगे। आरोप है कि उसका सामान इकट्ठा करके ले जाने लगे और धमकी देने लगे कि अपनी माता को बुला। इस सम्बन्ध में पूरे मामले की शिकायत पति ने ज्वालापुर पुलिस को की, लेकिन पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नही की। इस पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली,कोर्ट ने मामले में सुनवाई के बाद मुकदमा दर्ज करने के आदेश के बाद मंगलवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी चंद्र चंद्राकर नैथानी के अनुसार मामले में पत्नी निधि, सुधा, मनीषा अरूण जोशी निवासीगण सी 44, प्रशान्त विहार सैक्टर-14, रोहिनी दिल्ली, पवन जोशी पुत्र स्व. स्वदेश जोशी निवासी आर जैड जी 114, मन्दिर मार्ग महावीर एनक्लेव, डबरी-पालन रोड नई दिल्ली, अमिता पत्नी धर्मेश शर्मा निवासी प्रेम विहार थाना ब्रहमपुरी मेरठ और गामा के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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