जल्द निर्णय नही होने पर मंत्री,विधायकों को काला झण्डा दिखायेंगे
हरिद्वार। पर्यटन व्यवसासियों के 12 संगठनों के संयुक्त मोर्चा की खड़खड़ी में हुई बैठक में सरकार से जल्द से जल्द चारधाम यात्रा शुरू कराने की मांग की है। अरविन्द खनेजा की अध्यक्षता में हुई बैठक को संबोधित करते हुए संयुक्त मोर्चा के संयोजक अभिषेक अहलूवालिया ने कहा कि हिंदू समाज की आस्था की प्रतीक चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड के पर्यटन व्यवसाय की लाईफ लाईन है। लाखों लोग सीधे तौर पर पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। लेकिन लगातार दूसरे वर्ष चारधाम यात्रा संचालित नहीं होने से पर्यटन व्यवसासियों, वाहन चालकों, वाहन स्वामियों को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए सरकार को जल्द से जल्द चारधाम यात्रा शुरू करनी चाहिए। टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरीश भाटिया ने कहा कि सरकार व परिवहन मंत्री पूरी तरह से त्रस्त ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों की कोई मदद नहीं कर रहे हैं। बार बार मांग करने के बावजूद किसी भी प्रकार की राहत, टैक्स माफी एवं इंशोरंस में छूट तक नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द सभी टैक्सी मैक्सी से जुड़े सभी व्यापारियों को राहत दी जाए। टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के दीपक भल्ला एवं अंजीत कुमार ने कहा कि सरकार ने पर्यटन से जुड़े लोगों के लिए जो राहत की घोषणा की है, वो अविलंब दी जाए। विजय शुक्ला ने कहा कि सरकार जब स्कूल खोल सकती है तो चार धाम यात्रा पर रोक लगाना समझ से परे है। संजय शर्मा ने कहा कि सरकार उम्मीदों पर खरी नहीं उतर रही है। जिससे जन भावनाओं को ठेस पहुंच रही है। आने वाले समय में सरकार को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। अजय डबराल ने कहा कि यदि सरकार उच्च न्यायालय में सही से अपना पक्ष रखती तो चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही होती। उन्होंने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराए। जिससे चारधाम यात्रा सुरक्षित एवं सुचारु रुप से चल सके। वरिष्ठ ट्रैवल व्यवसायी अर्जुन सैनी ने कहा कि यदि सरकार जल्द से जल्द चारयात्रा शुरू नही करती है तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किए जाएंगे। टेम्पो ट्रैवल एसोसियेशन के सुनील जायसवाल ने कहा कि मोटर मालिक बैंक की किस्त एवं किसी प्रकार का सरकारी टैक्स देने में असमर्थ हो गए हैं। यदि सरकार उचित छूट प्रदान नहीं करती तो सभी गाड़ियां सरकार के सुपुर्द कर दी जाएंगी। वरिष्ठ ट्रैवल व्यवसायी इकबाल सिंह ने कहा कि पर्यटन मंत्री पीड़ित पर्यटन कारोबारियों कि समस्याओं को अनदेखा कर रहे हैं। धर्मशाला रक्षा समिति के अध्यक्ष महेश गौड़ ने हरिद्वार की सभी 400 धर्मशालाओं की और से पर्यटन व्यवसायियों के आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया। सुनील सेठी ने कहा पर्यटन व्यापारियो को अब एकजुट हो कर बड़े आंदोलन की तरफ बढ़ना चाहिए। हरीश भाटिया ने कहा कि सभी टैक्सी वाहनों कि आयु सीमा बढ़ायी जाए एवं वाहन सरेंडर करने की प्रकिया को आसान बनाया जाए और लंबे समय तक सरेंडर करने दिया जाय। अनुज सिंघल ने आवाहन किया कि पर्यटन से जुड़े सभी व्यापारी अब बिना देर किया एक होकर चारधाम यात्रा शुरू करने के लिए सरकार के खिलाफ होने वाले बड़े आंदोलन में भाग ले। अन्य संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भी विचार रखें। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि यदि समस्याओं का जल्द निस्तारण नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री, शहर विधायक, पर्यटन मंत्री, परिवहन मंत्री को तलाश कर उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे। साथ ही पूरे प्रदेश में अन्य स्टेकहोल्डर के साथ मिलकर देहरादून में मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन कर घेराव किया जाएगा। बैठक का संचालन गुरु चमन सिंह ने किया। बैठक में अनुज सिंघल, गुरचमन सिंह, चंद्रकांत शर्मा, बलबीर नेगी, दीपक उपाध्याय, मुकेश गिरी, सोम प्रधान, अवतार सिंह, विक्रम राणा, पंकज नेगी, संजय नैथानी, रंजीत सिंह, निर्मल ढिल्लो, शम्मी खुराना, अंजीत सिंह, पुनीत आहूजा, सुभाष गोस्वामी, हरीश भाटिया, सन्नी दमीर, हरीश पटेल, सुनील पाल, ललित कुमार,चंद्रकांत कोठारी, दीपक कपूर, राधे, रविन्द्र कुमार, भुवन गोस्वामी, धर्मपाल सिंह, अकील मिस्त्री, अफ़ज़ल मिस्त्री, मो.अफ़ज़ल, अमित वालिया, दीपक सेठी, राजू चैहान, ललित कुकरेती, नवीन भाटिया, शशि रंजन ठाकुर, अखिलेश सिंह, राजकुमार, अजय डबराल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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