हरिद्वार। राजकीय प्राथमिक विद्यालय खांड गांव बहादराबाद के सहायक अध्यापक सुंदर पाल शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए अपनी विशेष पहचान बना चुके है। अपने विशिष्ट कार्यो से सुन्दरलाल ने जनपद को गौरवान्वित किया है। वोडाफोन आइडिया फाउंडेशन की ओर से देश के बेहतरीन शिक्षकों की प्रोत्साहन एवं दक्षता निखार के लिए चलाये जा रहे वोडाफोन आइडिया स्कालरशिप 2021 के लिए हरिद्वार से शिक्षक सुन्दर पाल का चयन हुआ है, जो बहादराबाद के खांड गांव स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर पदस्थ हैं। इस योजना में चयन होने पर 1 लाख रुपए का प्रोत्साहन राशि मिला है। स्काॅलरशिप में प्राप्त धनराशि का प्रयोग विधालय में छात्रों के हितार्थ प्रयोग करेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य परिवारों के छात्रों को आधुनिक शिक्षा के उद्देश्य से अध्यापक ने एक लैपटॉप ,प्रिंटर ,प्रोजेक्टर और अन्य शिक्षण सामग्री खरीदी है। जिसका प्रयोग विद्यालय खुलने पर किया जाएगा। इनके चयन से शिक्षा के क्षेत्र में जिले का नाम रोशन हुआ है। वोडाफोन आइडिया फाउंडेशन की ओर से इस स्कालरशिप के लिए इस साल मार्च में निशुल्क आनलाईन आवेदन आमंत्रित किया गया था जिसमें देश भर से 2 से 3 हजार शिक्षकों ने आवेदन किया था। अप्रैल एवं मई में सभी आवेदनों की जांच कर अपलोड किये गये डाक्यूमेंट के आधार पर प्रदर्शन को देखकर कुछ शिक्षकों को शार्ट लिस्ट किया गया। शार्ट लिस्ट किये गये शिक्षकों का जून में लाईव विडियो काल के माध्यम से इन्टरव्यू हुआ जिसमें सभी डाक्यूमेंट का सत्यापन और शिक्षक के द्वारा किये गये कार्यों सहित छात्रों के संर्वागीण विकास के किये गये कार्यों की समीक्षा हुई। साक्षात्कार में प्रदर्शन और सभी दस्तावेजों के सत्यापन के बाद पूरे देश भर से केवल 110 उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों का चयन किया गया। इस उपलब्धि के लिए शिक्षक सुन्दर पाल को शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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