हरिद्वार। मनोज खन्ना- बीती रात से लगातार हो रही बारिश से शहर से लेकर देहात तक के कई क्षेत्रों में जलभराव से परेशानियों का सामना करना पड़ा। लगातार बारिश से विभिन्न दुकानों के आगे जलभराव होने के कारण व्यापारियों को भी खासी परेशानी हुई। दूसरी ओर बारिश ने उमस से लोगों को हल्की राहत दी। बुधवार को झमाझम बारिश के कारण विभिन्न क्षेत्रों में कई स्थानों पर जलभराव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। राज्य के उपरी क्षेत्रों में हुये बारिश के बाद गंगा का जलस्तर भी चेतावनी के स्तर पर पहुच गया। बुधवार को लगातार बारिश के चलते शहर के मध्य भगत सिंह चैक पर जलभराव हो गया। रेलवे पुलिया की एक साइड में जलभराव होने के कारण पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रूट डायवर्ट किया। इसके अलावा मॉडल कॉलोनी, विवेक विहार और आसपास की कई कॉलोनियों में गलियों में सड़कें खुदी होने के कारण बारिश का पानी भरने से परेशानी खड़ी हो गई। वही दूसरी ओर ज्वालापुर क्षेत्र के पुरानी अनाज मंडी, सर्राफा बाजार, कटहरा बाजार, पीठ बाजार के अलावा ढोल्लीखाल, देवतान और घोसियान, मैदानियान में भी बारिश से हल्का जलभराव हो गया। खन्ना नगर से लेकर मॉडल कॉलोनी जाने वाले रास्ते तक प्रेमनगर आश्रम के सामने सड़क किनारे बारिश का पानी भर गया। दुकानों के आगे जलभराव होने से व्यापारियों को भी परेशानी हुई। कनखल के कृष्णानगर और लाटोवाली, विद्या विहार कॉलोनी सहित कई कॉलोनियों में भी जलभराव हो गया। वहीं ज्वालापुर के ढोल्लीखाल, देवतान और घोसियान में बारिश के बाद जलभराव होने से नालियों में बहकर आया गोबर सड़कों पर जमा होने से स्थानीय लोग और राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी। वही दूसरी ओर राज्य के उपरी हिस्सों में लगातार बारिश के कारण गंगा का जलस्तर भी तेजी से बढ़ने लगा है। शाम को गंगा का जलस्तर चेतावनी के स्तर पर पहुच गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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