हरिद्वार। शासन की ओर से श्रावण कांवड़ मेला को स्थगित करने तथा श्रद्वालुओं के लिए गंगा जल उनके निकट उपलब्ध कराने सम्बन्धी आदेश के बाद उत्तराखंड जल संस्थान ने जनपद के 10 बॉर्डर चेक पोस्टों पर कांवडियों को गंगा जल उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। कांवडियों को सीमित मात्रा में 500 एमएल गंगा उपलब्ध कराया जा रहा है। इस सम्बन्ध में श्रद्वालुओं को बांटे जाने वाले गंगाजल का लेखाजोखा भी रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को नोडल अधिकारी बनाया है। गंगाजल का वितरण करने के लिए बॉर्डर चेक पोस्टों पर नोडल अधिकारी, सहायक नोडल अधिकारी एवं चेक पोस्ट प्रभारियों की तैनाती की गयी है। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा चिडि़यापुर बैरियर चेक पोस्ट, थाना श्यामपुर में नोडल अधिकारी अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग दीपक कुमार, सहायक नोडल अधिकारी सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग राजेश कुमार तथा चेक पोस्ट प्रभारी राजकुमार शर्मा राजस्व निरीक्षक फेरूपुर हरिद्वार को नामित किया गया है। इसी तरह अन्य चेक पोस्टों पर भी अधिकारियों की तैनाती की गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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