हरिद्वार। जिला महिला चिकित्सालय में निर्माण कार्य के चलते अस्पताल की सुरक्षा दीवार ढह गई। जिससे ब्रह्मपुरी के बरसाती नाले का पानी निर्माणाधीन एरिये में भर गया। आरोप है कि बुनियाद ज्यादा खोदने के कारण दीवार को नुकसान पहुंचा। स्थानीय पार्षद ने एसडीएम को मामले की जानकारी दी। एसडीएम ने निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था व संबंधित विभाग के साथ बैठक भी की। दरअसल जिला महिला अस्पताल परिसर में एक और बिल्डिंग का निर्माण कार्य किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था पेयजल निगम और दिल्ली की कंपनी कार्य कर रही है। शनिवार की सुबह निर्माण कार्य के दौरान दीवार के लिए बुनियाद करीब 15 फुट तक खोदने के कारण अस्पताल की सुरक्षा दीवार में बरसात होने से पानी भर गया और दीवार ढह गई। इससे पीछे से गुजर रहे ब्रह्मपुरी के बरसाती नाले का पानी निर्माण स्थल पर भर गया। जबकि आसपास बनी दुकानों में भी पानी पहुंच गया। स्थानीय पार्षद विनीत जौली को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति देखी। लापरवाही से कार्य करने पर उन्होंने तत्काल एसडीएम अंशुल सिंह को जानकारी दी। इसके बाद एसडीएम अंशुल सिंह ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर पूरी स्थिति को परखा। उन्होंने कार्यदायी संस्था व कंपनी व अन्य विभाग के अधिकारियों को बुलाकर उनके साथ बैठक की। उन्हें मानकों के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। वहीं स्थानीय पार्षद विनीत जौली ने बताया कि बरसाती नाले का पानी निर्माण स्थल पर भर गया है। फिलहाल निकासी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। बारिश के कारण कारण बरसाती नाले में और ज्यादा पानी आने से आसपास के प्रतिष्ठानों में पानी घुसने का ज्यादा डर बना हुआ है। मानक और गुणवत्ता को ध्यान में रखकर कार्य किया जाना चाहिए। एसडीएम अंशुल सिंह ने कहा कि महिला अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन स्थल का मौका मुआयना किया गया है। संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर जरुरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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