हरिद्वार। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने राष्ट्रीय पोषण माह के अन्तर्गत पोषण जातरा का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान गोदभराई, अन्नप्राशन व अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुई। श्रीमती रेखा आर्य ने कुमाऊं तथा गढ़वाल मण्डल के लिये एक-एक पोषण रथों को हरी झण्डी दिखाकर पोषण जातरा को रवाना किया, जो सभी जनपदों में जाकर एल0ई0डी0 के माध्यम से लघु फिल्मों का प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुपोषित भारत दृष्टिकोण के सापेक्ष महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से विभिन्न सहयोगी विभागों की सहायता से 01 सितम्बर से 30 सितम्बर 2021 तक राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। पोषण माह का उद्देश्य विभिन्न गतिविधियों द्वारा हर नागरिक विशेष तौर पर गर्भवती, धात्री महिलाएं, छोटे बच्चों के परिवार व किशोरियों को कुपोषण से बचाव हेतु पौष्टिक आहार व उसके महत्व को समझाना है। श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि पोषण माह के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए एवं उन तक पोषण पहुँचाने के लिए प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का शुभारम्भ किया गया है। पोषण माह के साप्ताहिक कार्यक्रमों में पहले सप्ताह में विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों, सरकारी स्कूलों व अन्य सरकारी भवनों में पोषण वाटिका का निर्माण व वृक्षारोपण, दूसरे सप्ताह में गर्भवती महिलाओं, बच्चों एवं किशारियों के पोषण में सुधार हेतु योगाभ्यास, तीसरे सप्ताह में कुपोषण से प्रभावित जनपदों मंे क्षेत्रीय पोषण किट का वितरण व क्षेत्रीय भोजन से कुपोषण प्रबन्धन हेतु प्रचार प्रसार तथा चैथे सप्ताह में अतिकुपोषित बच्चों का चिह्नीकरण कर, उनकी लम्बाई व वजन की जांच कर स्वास्थ्य सेवाओं की मदद से संदर्भित सेवाएं प्रदान करना है। श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि अगर जन्म देने वाली मां ही कुपोषित होगी तो स्वाभाविक है, बच्चा भी कुपोषित ही होगा। इसलिये माॅं पर शुरूआत से ही ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कुपोषण को दूर करने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। श्रीमती रेखा आर्य ने सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि हमारी सरकार टेक होम राशन, आंचल अमृत योजना, बाल पालाश योजना, ऊर्जा, बाल विकास योजना आदि कई योजनायें चला रही है। इससे पूर्व मंत्री श्रीमतीर आर्या ने गोदभराई, अन्नप्राशन कार्यक्रमों का शुभारम्भ तिलक लगाकर मत्रोच्चारण, मंगलगीत के बीच किया। इसके बाद मंत्री ने 25 अतिकुपोषित बच्चों को पोषण किट तथा मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किटों का वितरण भी किया। विधायक आदेश चैहान ने आंगनबाड़ी कार्यत्र्रियों की समर्पित भाव से कार्य करने के लिये प्रशंसा की। उप निदेशक डाॅ0 एस0के0 सिंह ने बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी देव सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 योगश भारद्वाज, सहायक निदेशक डेयरी विकास पियूष आर्य, सी0डी0पी0ओ0-सन्दीप अरोड़ा, श्रीमती सुलेखा, श्रीमती वर्षा, प्लान इण्डिया के प्रतिनिधि रामकुमार सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने राष्ट्रीय पोषण माह के अन्तर्गत पोषण जातरा का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान गोदभराई, अन्नप्राशन व अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुई। श्रीमती रेखा आर्य ने कुमाऊं तथा गढ़वाल मण्डल के लिये एक-एक पोषण रथों को हरी झण्डी दिखाकर पोषण जातरा को रवाना किया, जो सभी जनपदों में जाकर एल0ई0डी0 के माध्यम से लघु फिल्मों का प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुपोषित भारत दृष्टिकोण के सापेक्ष महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से विभिन्न सहयोगी विभागों की सहायता से 01 सितम्बर से 30 सितम्बर 2021 तक राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। पोषण माह का उद्देश्य विभिन्न गतिविधियों द्वारा हर नागरिक विशेष तौर पर गर्भवती, धात्री महिलाएं, छोटे बच्चों के परिवार व किशोरियों को कुपोषण से बचाव हेतु पौष्टिक आहार व उसके महत्व को समझाना है। श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि पोषण माह के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए एवं उन तक पोषण पहुँचाने के लिए प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का शुभारम्भ किया गया है। पोषण माह के साप्ताहिक कार्यक्रमों में पहले सप्ताह में विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों, सरकारी स्कूलों व अन्य सरकारी भवनों में पोषण वाटिका का निर्माण व वृक्षारोपण, दूसरे सप्ताह में गर्भवती महिलाओं, बच्चों एवं किशारियों के पोषण में सुधार हेतु योगाभ्यास, तीसरे सप्ताह में कुपोषण से प्रभावित जनपदों मंे क्षेत्रीय पोषण किट का वितरण व क्षेत्रीय भोजन से कुपोषण प्रबन्धन हेतु प्रचार प्रसार तथा चैथे सप्ताह में अतिकुपोषित बच्चों का चिह्नीकरण कर, उनकी लम्बाई व वजन की जांच कर स्वास्थ्य सेवाओं की मदद से संदर्भित सेवाएं प्रदान करना है। श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि अगर जन्म देने वाली मां ही कुपोषित होगी तो स्वाभाविक है, बच्चा भी कुपोषित ही होगा। इसलिये माॅं पर शुरूआत से ही ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कुपोषण को दूर करने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। श्रीमती रेखा आर्य ने सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि हमारी सरकार टेक होम राशन, आंचल अमृत योजना, बाल पालाश योजना, ऊर्जा, बाल विकास योजना आदि कई योजनायें चला रही है। इससे पूर्व मंत्री श्रीमतीर आर्या ने गोदभराई, अन्नप्राशन कार्यक्रमों का शुभारम्भ तिलक लगाकर मत्रोच्चारण, मंगलगीत के बीच किया। इसके बाद मंत्री ने 25 अतिकुपोषित बच्चों को पोषण किट तथा मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किटों का वितरण भी किया। विधायक आदेश चैहान ने आंगनबाड़ी कार्यत्र्रियों की समर्पित भाव से कार्य करने के लिये प्रशंसा की। उप निदेशक डाॅ0 एस0के0 सिंह ने बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी देव सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 योगश भारद्वाज, सहायक निदेशक डेयरी विकास पियूष आर्य, सी0डी0पी0ओ0-सन्दीप अरोड़ा, श्रीमती सुलेखा, श्रीमती वर्षा, प्लान इण्डिया के प्रतिनिधि रामकुमार सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment