हरिद्वार। हिंदू रक्षा सेना के जिला प्रभारी एवं श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरी फरसे वाले बाबा महाराज ने कहा है कि बाबा वीरभद्र श्रद्धा व विश्वास के प्रतीक हैं। जिनकी आराधना व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार लगाती है। अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों का बाबा वीरभद्र कल्याण कर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। श्यामपुर कांगड़ी स्थित बाबा वीरभद्र सेवा आश्रम ट्रस्ट में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी गर्व गिरी महाराज ने कहा कि महादेव के गण बाबा वीरभद्र के पूजन से शत्रुता का नाश होता है। जीवन की सभी दुश्वारियां समाप्त होती हैं और व्यक्ति का मान सम्मान बढ़ता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को धर्म के मार्ग पर अग्रसर रहकर सत कर्मों को अपनाना चाहिए। क्योंकि धर्म का मार्ग ही व्यक्ति को परमात्मा की शरण में ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि बाबा वीरभद्र के पूजन से साधक को रूद्र लोक की प्राप्ति होती है और उसका जीवन सदैव सुखमय व्यतीत होता है। क्योंकि भगवान शिव के गण बाबा वीरभद्र भक्तों की शिव आराधना से प्रसन्न होकर उनके सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं। स्वामी गर्व गिरी महाराज ने बताया कि आगामी 30 अक्टूबर को सभी संत महापुरुषों के सानिध्य में भव्य धार्मिक आयोजन किया जाएगा और धर्म एवं संस्कृति के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान स्वामी कृष्णानंद महाराज, श्रीमहंत लव गिरी, कदम सिंह मलिक, संजय गहलोत, सुधीर पाल, महावीर सिंह, रामशंकर शर्मा, अतुल कुमार नाथ, नकुल पाल, राजवीर सिंह, विनोद कुमार, सोनू गिरी, राजेश कश्यप, दक्षपाल, कार्तिक पुजारी, नैतिक गिरी, सोनिया पुरी, ज्योति पाल आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। हिंदू रक्षा सेना के जिला प्रभारी एवं श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरी फरसे वाले बाबा महाराज ने कहा है कि बाबा वीरभद्र श्रद्धा व विश्वास के प्रतीक हैं। जिनकी आराधना व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार लगाती है। अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों का बाबा वीरभद्र कल्याण कर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। श्यामपुर कांगड़ी स्थित बाबा वीरभद्र सेवा आश्रम ट्रस्ट में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी गर्व गिरी महाराज ने कहा कि महादेव के गण बाबा वीरभद्र के पूजन से शत्रुता का नाश होता है। जीवन की सभी दुश्वारियां समाप्त होती हैं और व्यक्ति का मान सम्मान बढ़ता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को धर्म के मार्ग पर अग्रसर रहकर सत कर्मों को अपनाना चाहिए। क्योंकि धर्म का मार्ग ही व्यक्ति को परमात्मा की शरण में ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि बाबा वीरभद्र के पूजन से साधक को रूद्र लोक की प्राप्ति होती है और उसका जीवन सदैव सुखमय व्यतीत होता है। क्योंकि भगवान शिव के गण बाबा वीरभद्र भक्तों की शिव आराधना से प्रसन्न होकर उनके सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं। स्वामी गर्व गिरी महाराज ने बताया कि आगामी 30 अक्टूबर को सभी संत महापुरुषों के सानिध्य में भव्य धार्मिक आयोजन किया जाएगा और धर्म एवं संस्कृति के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान स्वामी कृष्णानंद महाराज, श्रीमहंत लव गिरी, कदम सिंह मलिक, संजय गहलोत, सुधीर पाल, महावीर सिंह, रामशंकर शर्मा, अतुल कुमार नाथ, नकुल पाल, राजवीर सिंह, विनोद कुमार, सोनू गिरी, राजेश कश्यप, दक्षपाल, कार्तिक पुजारी, नैतिक गिरी, सोनिया पुरी, ज्योति पाल आदि मौजूद रहे।
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