हरिद्वार। हरिद्वार रोड़ी बेलवाला क्षेत्र में पीट-पीटकर एक युवक की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि देर रात युवक की हत्या की गई थी जिसकी जानकारी सुबह के वक्त रोड़ी बेलवाला चैकी पुलिस को हुई। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान हनी उम्र 26 वर्ष निवासी मोहल्ला काशीपुरा अपर रोड के रूप में हुई। सीओ सिटी ने बताया कि हनी को देर रात सोनू और पवन नाम के युवक आखरी बार देखा गया था। संभवत उन्ही से ही हुए विवाद में उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी गई ,जिसके बाद हनी की मौत हो गई। बताया कि दोनों युवकों को तलाश कर रहे हैं जो की झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले हैं। मृतक के सिर और मुंह पर चोटों के निशान हैं .शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कहा जाता है कि हन्नी हत्याकांड के पीछे भी नशे एक बड़ी वजह उभरकर सामने आ रहा है। दरअसल, हन्नी भी नशे का आदी थी, यह बात पुलिस की जुबां पर भी है। हन्नी को मौत की नींद सुला देने वाले आरोपियों में से विष्णु जरायम की दुनिया का मझा हुआ खिलाड़ी है। इसकी तस्दीक पुलिस डायरी कर रही है। दूसरे आरोपी पवन एवं सोनू भी नशेड़ी प्रवृत्ति के है और खानबदोश की जिंदगी जीते हैं। माना जा रहा है कि नशे करने के दौरान ही हुए विवाद में ही हन्नी की बुरी तरह पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है, अब आरोपी भी फरार है। वे खानाबदोश है। इस लिहाज से उनका हत्थे चढ़ना भी आसान नहीं दिखाई द दे रहा है। खानाबदोश प्रवृत्ति के होने के चलते वे कही भी जिंदगी गुजर बसर कर सकते हैं, जैसे कि हरिद्वार में कर रहे थे। हन्नी हत्याकांड के बाद पुलिस का डंडा एक बार फिर घूमेगा, लेकिन चंद दिन के लिए ही यह सब एक्सरसाइज होगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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