अब तक 1623 कुन्तल धान की हो चुकी खरीददारी
हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने शनिवार को राजकीय धान क्रय केन्द्र ज्वालापुर का औचक निरीक्षण किया। राजकीय धान क्रय केन्द्र ज्वालापुर पहुचने पर जिलाधिकारी ने सबसे पहले धान क्रय केन्द्र में रखे धान के अलग-अलग बोरों से धान निकाल-निकालकर देखा तथा धान क्रय केन्द्र प्रभारी से धान में नमी के सम्बन्ध में जानकारी ली। इसके पश्चात जिलाधिकारी उस स्थान पर पहुंचे जहां पर धान के बोरों की तौल होती है। उन्होंने धान तौलने वाले कांटे की भी जांच की। इसके बाद जिलाधिकारी ने पूरे गोदाम का निरीक्षण किया तथा केन्द्र प्रभारी से धान के बोरों की उपलब्धता के सम्बन्ध में भी जानकारी ली। श्री पाण्डेय निरीक्षण करते हुये उस स्थान पर पहुंचे, जहां धान की नमी मापक यंत्र रखा हुआ था। उन्होंने निर्देश दिये कि धान में कितनी नमी है, इसे मापकर दिखायें। इस पर धान क्रय केन्द्र में तैनात कर्मचारी ने बिक्री के लिये आये हुये धान के बोरे से धान निकाल कर नमी मापक यंत्र में डालकर धान में नमी की मात्रा कितनी है, को जिलाधिकारी को दिखाया। धान क्रय केन्द्र पर गैन्डीखाता के किसान श्री स्वर्ण सिंह टैªक्टर ट्राली से धान विक्रय हेतु लेकर आये थे, से जिलाधिकारी ने पूछा कि धान तौलाई आदि में कोई समस्या तो नहीं है, स्वर्ण सिंह ने कहा कि पहले से टाइम लेकर हम लोग धान क्रय केन्द्र पर आ रहे हैं तथा कोई दिक्कत नहीं है। जिलाधिकारी को धान क्रय केन्द्र प्रभारी ने बताया कि अब तक 1623 कुन्तल धान की खरीद की जा चुकी है। धान खरीदने पर किसानों को भुगतान उसी दिन चेक के माध्यम से किया जा रहा है तथा किसानों को धान की खरीद पर, भुगतान के लिये, पर्याप्त धनराशि उपलब्ध है। श्री पाण्डेय ने धान क्रय केन्द्र के कार्यालय का भी निरीक्षण किया तथा वहां रखे गये स्टाॅक रजिस्टर आदि की भी जांच की। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुये जिलाधिकारी ने बताया कि धान क्रय केन्द्र पर व्यवस्थाएं सुचारू रूप से पायी गयी। उन्होंने कहा कि धान क्रय केन्द्र पर आने वाले किसानों को यदि धान क्रय आदि संबंधी कोई समस्या आती है, तो प्रत्येक धान क्रय केन्द्र पर एक नम्बर प्रदर्शित किया गया है, किसान उस नम्बर पर तत्काल सूचना दे सकते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक धान क्रय केन्द्र हेतु एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गयी है। नोडल अधिकारी को निर्देश दिये गये हैं कि वे प्रत्येक दिन कम से कम एक बार धान क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण अवश्य करें तथा निरीक्षण के दौरान धान क्रय केन्द्र पर पायी गयी व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में अपनी टिप्पणी रखे गये रजिस्टर में अंकित करें। इस दौरान अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) वीर सिंह बुदियाल सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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