हरिद्वार। पतंजलि विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के माध्यम से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रथम एक दिवसीय शिविर के माध्यम से जनसामान्य को यौगिक, अध्यात्मिक एवं मनोवैज्ञानिक रूप से जागरूक होने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ.वैशाली गौर ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि वातावरण स्वच्छ होना चाहिए। क्योंकि स्वच्छ वातावरण में रहकर ही हम अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सही ज्ञान के होने पर भी हम अज्ञानता और आत्म नियमन के अभाव में सही कर्तव्यों का निर्वाहन नहीं करते हैं। उन्होंने हरिद्वार वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें आत्म नियमन और प्रत्यक्षीकरण के माध्यम से अपने वातावरण को स्वच्छ रखने का अभ्यास करना है। जब तक हम स्वयं नहीं जागेंगे। तब तक हम स्वस्थ समाज को विकसित करने में अपना सहयोग नहीं दे सकेंगे। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों के माध्यम से हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर पॉलिथीन का एकत्रीकरण किया गया और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से क्षेत्रवासियों को स्वच्छता के नियमों का अनुप्रयोग कराने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में स्वाति, जगदीप, अनुज, भविष्य, अदिति एवं अन्य सभी स्वयंसेवकों ने अपनी सक्रिय भूमिका अदा की। कार्यक्रम में स्थानीय निवासियों को वातावरण स्वच्छ रखने हेतु स्लोगनों के माध्यम से संदेश दिया गया।
हरिद्वार। पतंजलि विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के माध्यम से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रथम एक दिवसीय शिविर के माध्यम से जनसामान्य को यौगिक, अध्यात्मिक एवं मनोवैज्ञानिक रूप से जागरूक होने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ.वैशाली गौर ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि वातावरण स्वच्छ होना चाहिए। क्योंकि स्वच्छ वातावरण में रहकर ही हम अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सही ज्ञान के होने पर भी हम अज्ञानता और आत्म नियमन के अभाव में सही कर्तव्यों का निर्वाहन नहीं करते हैं। उन्होंने हरिद्वार वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें आत्म नियमन और प्रत्यक्षीकरण के माध्यम से अपने वातावरण को स्वच्छ रखने का अभ्यास करना है। जब तक हम स्वयं नहीं जागेंगे। तब तक हम स्वस्थ समाज को विकसित करने में अपना सहयोग नहीं दे सकेंगे। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों के माध्यम से हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर पॉलिथीन का एकत्रीकरण किया गया और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से क्षेत्रवासियों को स्वच्छता के नियमों का अनुप्रयोग कराने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में स्वाति, जगदीप, अनुज, भविष्य, अदिति एवं अन्य सभी स्वयंसेवकों ने अपनी सक्रिय भूमिका अदा की। कार्यक्रम में स्थानीय निवासियों को वातावरण स्वच्छ रखने हेतु स्लोगनों के माध्यम से संदेश दिया गया।
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