हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर क्षेत्रान्गर्त शिवालिक नगर में किराए पर रह रहे एक ऑटोमोबाइल कंपनी कार्यरत कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली। पुलिस की जांच में आत्महत्या की वजह साफ नहीं हो सकी है। बहरहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कोतवाली रानीपुर के एसएसआई अनुरोध व्यास के अनुसार मृतक की पहचान काव्यांशु रावत उम्र 19 पुत्र देंवेंद्र सिंह रावत निवासी नई बस्ती मानपुर काशीपुर ऊधम सिंह नगर के रूप में हुई। रोजाना की तरह जब शनिवार सुबह उसने अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तब मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजे की कुंडी तोड़कर जब अंदर प्रवेश किया तो युवक का शव कंबल और चादर से बने फंदे के सहारे झूल रहा था। प्रारंभिक पड़ताल में घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। युवक ने आत्महत्या क्यों की इस संबंध में जांच की जा रही है। युवक ने देर रात अपने दोस्त से संपर्क कर उसे डर लगने की बात कही थी और स्टेटस पर भी आत्महत्या से जुड़ी बात शेयर की थी। युवक सिडकुल की एक ऑटोमोबाइल कंपनी में कार्यरत था और एक माह पूर्व ही यहां आया था। दूसरी ओर सिडकुल थाना क्षेत्र के रोशनाबाद निवासी एक महिला देर रात मकान की छत से सड़क पर गिर गई। महिला की सिडकुल के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। सुराजवती (42) वर्ष पत्नी लालाराम निवासी हाल रोशनाबाद शुक्रवार रात किराए के मकान की छत पर किसी काम से गई थी। बताया जा रहा है कि रात के अंधेरे में महिला को अचानक चक्कर आ गए और वह छत से नीचे सड़क पर गिर गई। स्थानीय लोगों ने महिला को सिडकुल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी मौत हो गई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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