हरिद्वार। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने गन्ने का भाव 355 रुपये घोषित कराकर किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए अपना वादा पूरा किया है। यह भाव पिछले साल से 30 रूपये और उत्तर प्रदेश से 05 रूपये अधिक है। किसानों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ गन्ना मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि स्वामी यतीश्वरानंद किसानों के सच्चे हितैषी हैं। स्वामी यतीश्वरानंद ने आश्वस्त किया कि शीघ्र ही गन्ना भुगतान कराने का काम भी कर दिया जाएगा। एक महीने से गन्ने के भाव की घोषणा का किसान इंतजार कर रहे थे। सोमवार को गन्ना मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के प्रयास से उत्तर प्रदेश के गन्ने के भाव 350 रूपये से 05 रूपये बढ़कर 355 रुपये की घोषणा हुई। गन्ने के भाव की घोषणा होते ही किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। पथरी क्षेत्र के ग्राम चांदपुर के किसान नकलीराम सैनी, प्रवीण कुमार, सुरेंद्र पंकज आदि ने खुशी जताते हुए कहा कि स्वामी यतीश्वरानंद किसानों के हित में हमेशा खड़े रहते हैं। उनका प्रयास है रहता है कि किसानों को कोई परेशानी न हो। गन्ना मूल्य घोषित करने पर फेरुपुर के किसान दीपक कुमार, राकेश, मोल्हड, करतार सिंह आदि ने कहा कि इससे किसानों की आय बढ़ेगी और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। किसानों ने कहा कि स्वामी यतीश्वरानंद के प्रयास से पहली बार समय पर गन्ना उठान और इंडेंट समय पर जारी हो रहा है। स्वामी यतीश्वरानंद ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताते हुए कहा कि किसानों के हित में योजना बनाकर उन्हें धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि किसी किसान भाई को गन्ना सप्लाई में दिक्कत आ रही है तो उन्हें तत्काल बताएं, ताकि समय रहते हुए उनका निदान किया जा सके। किसान देशराम सैनी, सुशील सैनी, शेषराज सैनी, श्यामलाल राठौर, कविराज राठौर, जशपाल सिंह चैहान, सतीश चैहान, सुरेंद्र चैहान, सत्य कुमार, वीर सिंह चैधरी, रविंद्र सिंह, सुखदेव पाल, बृजपाल सिंह, अमरीश कुमार, धर्मेद्र चैधरी, रविंद्र सिंह आदि ने खुशी जताई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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