हरिद्वार। ’प्रोजेक्ट अविरल नगर निगम हरिद्वार एवं अलायंस टू एन्ड प्लास्टिक वेस्ट, जी.आई.जेड, साहस एनजीओ एवं वेस्ट वारियर्स सोसाइटी की और से कचरा प्रबंधन कार्य योजना विकसित करने के लिए किया कार्यशाला का आयोजन किया गया। अविरल द्वारा कचरे के उचित प्रबंधन एवं गंगा में जा रहे प्लास्टिक अपशिष्ट के सही पुनर्चक्रण को लेकर होटल ली ग्रैंड में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर महापौर अनीता शर्मा एवं मुख्य नगर आयुक्त दयानन्द सरस्वती के अलावा पार्षद, नगर निगम कर्मचारी, स्कूल, व्यापारिक संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, आश्रमों, ट्रस्टों और गंगा संरक्षण और सफाई से जुड़े संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। कासा ग्रीन बीकेएन एसएसएस की ओर से संजय चैहान एवं केएल मदान से भी प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यशाला को संबोधित करते हुए अनीता शर्मा ने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन एक साझा जिम्मेदारी है। जिसमें सभी का आपसी सहयोग बहुत ही आवश्यक है। मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन की जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को होनी चाहिए। जीआईजेड के प्रतिनिधि फिओन ने कहा कि प्रोजेक्ट अविरल हरिद्वार के लोगो का ही है और इसे आगे भी हम सभी को बढ़ाना होगा। अलायन्स टू ऐंड प्लास्टिक वेस्ट की ओर से ईशा ने कहा कि सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्लास्टिक इधर उधर ना फैले। बल्कि रिसाइक्लिंग के लिए ही जाए। परियोजना में सहयोगी संस्था साहस की संस्थापक विल्मा ने कहा कि अर्थव्यवस्था में उत्पादन प्रक्रिया भी इस प्रकार की हो कि हम अधिक से अधिक वस्तुओं को एक चक्रीय प्रणाली का हिस्सा बनायें और रीसायक्लिंग को आगे बढ़ाएं। सहायक नगर आयुक्त महेंद्र यादव ने अविरल टीम के प्रयासों पर प्रकाश डाला और गंगा और हरिद्वार को स्वच्छ बनाने हेतु नगर निगम के जमीनी सफाई कर्मचारियों की सराहना की। मेटियो, कामना, अर्चना, ऐनी, पार्षद मोनिका, राजेश शर्मा, मेयर के जनसंपर्क अधिकारी देवेश गौतम उपस्थित रहे। कार्यशाला में नगर निगम से सफाई निरीक्षक सुनीत कुमार, मनोज एवं विकास का विशेष सहयोग रहा।
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