हरिद्वार। गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय व आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ भेषज विज्ञान के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। इस संबंध में गुरूकुल कांगड़ी के कुलपति प्रो रूप किशोर शास्त्री व आईआईएमटी के कुलपति प्रो एचके सिंह ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये। कुलपति प्रो रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि गुरूकुल कांगड़ी भारतीय संस्कृति का समवाहक रहा है। यहां पर देश के युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में संस्कारित कर संस्कारवान नागरिक के रूप में शिक्षित किया जाता है। एमओयू के माध्यम से दोनों संस्थान अपने-अपने तकनीकी व शोध अनुसंधान ज्ञान के माध्यम से आपस में मिलकर एक दूसरे के साथ आगे बढेगें। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एचएस सिंह ने कहा कि एमओयू के माध्यम से भेषज विज्ञान के क्षेत्र में नई विद्याएं विकसित करने का मार्ग प्रशस्त होगा। दोनों संस्थाओं के वैज्ञानिक शोध अनुसंधान के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेगें। इस मौके पर गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा सुनील कुमार, आईआईएमटी कुलपति प्रो सिंह, विभागाध्यक्ष प्रो. सत्येंद्र राजपूत, अभिनव कुमार, डा. विपिन कुमार, डा. कपिल गोयल, डा. पंकज कौशिक, कुलभूषण शर्मा, बिजेन्द्र सिंह, डा. रोशन लाल आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment