हरिद्वार। शहर की सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करने के लिए नगर निगम प्रशासन ने कमर कस ली है। नगर आयुक्त ने इस सम्बन्ध में कार्मिकों की बैठक में कहा कि सुबह ड्यूटी स्थल पर पहुंचने के बाद काम शुरू करते ही सेनेटरी इंस्पेक्टर और सुपरवाइजरों अपनी फोटो नगर आयुक्त को भजेंगे। इसके साथ ही सुबह सात बजे से पहले-पहले सभी को ड्यूटी स्थलों पर पहुंचना होगा। जबकि सात बजते ही काम शुरू करेंगे। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही मिलने पर कार्रवाई होनी तय है। ये निर्देश बुधवार को नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने नगर निगम स्थित कार्यालय में बैठक के दौरान दिए। नगर आयुक्त ने सभी सेनेटरी इंस्पेक्टर और सुपरवाइजरों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगन से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही निर्देश दिए कि समस्त सेनेटरी इंस्पेक्टर, सुपरवाइजर व सफाई कर्मचारी सात बजे से पहले-पहले ड्यूटी स्थल पर पहुंचे। काम शुरू करते ही अपने फोटो सेनेटरी इंस्पेक्टर, सुपरवाइजर व्हाट्सएप से उन्हें तत्काल भेजें। इसके साथ ही ज्वालापुर, कनखल, मध्य हरिद्वार और उत्तरी हरिद्वार समेत कई जगहों पर स्थापित की गई चैकियों में नाम नंबर के अलावा नगर निगम का कंट्रोल रूम नंबर अंकित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा नालियों से निकलने वाली सिल्ट को उठवाने के लिए सेनेटरी इंस्पेक्टरों को एक-एक गाड़ी देने के साथ ही कर्मचारियों की तैनाती की गई। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि स्वच्छता में शहर को बेहतर से बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। कर्मचारियों को भी सफाई व्यवस्था में किसी भी तरह की ढील न बरतने की हिदायत दी गई है। ढिलाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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