हरिद्वार। पिछले दो दिनों से बदले मौसम के मिजाज ने एक बार फिर लोगों को ठिठुरने के लिए विवश कर दिया। शनिवार को तेज हवाओं के साथ रूक-रूक कर आई बारिश के चलते मौसम में अचानक ठंड महसूस होने लगी। शनिवार सुबह तेज बरसात होने के बाद दोपहर तक बूंदाबांदी का सिलसिला जारी रहा। बारिश से कई जगहों पर हल्का जलभराव होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। इसके बाद कुछ समय के लिए धूप निकली। पारा लुढ़कने के साथ ही दिनभर सर्द हवाएं चलने से लोग ठंड से ठिठुर गए। शनिवार को बारिश के चलते तापमान में गिरावट आ गई। अधिकतम तापमान 26.5 और न्यूनतम 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि बारिश 4.0 एमएम दर्ज की गई। इससे एक दिन पूर्व शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.5 और न्यूनतम 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। सुबह ही मौसम बदल गया। आसमान में बादल छाने लगे। इसके बाद झमाझम बरसात शुरू हो गई। सुबह करीब साढ़े 11 बजे तक झमाझम के बाद रिमझिम बरसात हुई। इसके बाद बारिश थमी और सूरज निकल आया। लेकिन कुछ देर बाद फिर से बादल छाने के बाद हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई। दोपहर डेढ़ बजे तक यही स्थिति बनी रही। इसके बाद फिर बादल छाने के साथ ही सर्द हवाएं चलने से लोगों की कंपकंपी बंधी रही। बारिश के कारण ज्वालापुर, कनखल के कई इलाकों में हल्का जलभराव हुआ। जिससे नालियों का सिल्ट बहकर सड़कों पर आकर जमा हो गया। जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी। दिनभर मौसम का मिजाज बदला होने से लोगों ने भी इधर-उधर घुमने से परहेज रखा। ऐसे में शहर के बाजारों के साथ ही सड़कों पर छीड़छाड़ नजर आई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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