हरिद्वार। जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने बुधवार को अपर रोड बाजार में अतिक्रमण को लेकर शहर के व्यापारियों के साथ बैठक की। अधिकारियों ने बैठक में स्पष्ट किया कि अपर रोड बाजार में अतिक्रमण के कारण लोगों के सामने दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में व्यापारियों को स्वयं ही दुकानों के बाहर किए गए अतिक्रमण को हटा देना चाहिए। अन्यथा प्रशासन और पुलिस खुद अतिक्रमण हटवाने का कार्य करेंगे। सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में आयोजित बैठक में प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिला अध्यक्ष सुरेश गुलाटी, जिला महामंत्री संजीव नैयर, शहर अध्यक्ष कमल बृजवासी, शहर महामंत्री राजीव पराशर, प्रदीप कालरा, राजन सेठ, विष्णु अरोड़ा, आशु वर्मा आदि उपस्थित रहे। इस दौरान व्यापारियों ने अपर रोड बाजार में ई-रिक्शा और अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर भी सुझाव दिए। बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, एसपी क्राइम मनोज कत्याल ने अवगत कराया कि अपर रोड बाजार में अतिक्रमण और ई-रिक्शा के अवैध संचालन को लेकर लोगों को जाम आदि परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसे प्रशासन और पुलिस गंभीरता से ले रही है। अफसरों ने कहा कि व्यापारियों को दुकानों के सामने बनी नाली अथवा नाले से स्वयं अतिक्रमण हटा देना चाहिए। प्रशासन अपर रोड बाजार में अवैध ई-रिक्शा के संचालन को रोकने के लिए जल्द ही अलग नंबर भी जारी करेगा, ताकि एक क्षेत्र की ई-रिक्शा दूसरे में अनाधिकृत रूप से न जा सके। उधर, शहर अध्यक्ष कमल बृजवासी ने कहा कि प्रशासन की ओर से बुलाई गई बैठक में मुद्दों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। सिर्फ जिला महामंत्री संजीव नैय्यर ने बैठक में आने के लिए कहा था। शहर अध्यक्ष के नाते प्रशासन की ओर से उन्हें बैठक को लेकर कोई जानकारी नहीं थी। बैठक में अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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