हरिद्वार। जिला बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में अध्यक्ष पद पर सुशील कुमार ने 254 वोट लेकर जसमहेंद्र 158 से 96 वोट अधिक प्राप्त किए। वहीं, सचिव पद पर नागेंद्र सक्सेना 160 वोट लेकर राकेश राजपूत 156 से चार वोट ज्यादा लेकर विजयी हुए। 703 वोटों में से 592 अधिवक्ताओं ने बार कक्ष में बने मतदान केंद्र पर अपने मतदान का इस्तेमाल किया था। मुख्य चुनाव अधिकारी राजेश सिंह राठौर ने बताया कि बुधवार को बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में 592 वोटों की गिनती करने पर अध्यक्ष पद पर जसमहेंद्र सिंह को 158, जगदीप शर्मा को 100, सुशील कुमार को 254, अरविंद कुमार श्रीवास्तव को 76 मत पड़े। उपाध्यक्ष पद पर तनवीर भारती 75 ,संगीता भारद्वाज 89,रियाज अली 55, विपिन चंद द्विवेदी 137, रुचि बगवाड़ी 30 और महेन्द्रप्रताप सिंह गिल को 184 मत मिले। सचिव पद पर राकेश कुमार राजपूत 156, नागेंद्र सक्सेना 160, नीरज कुमार 150, रमन कुमार 94, सन्दीप वर्मा को 19 मत पड़े। सह सचिव पर सीधी टक्कर में रोहित सिंह कनवाल को 270 और संजय चैहान को 273 वोट मिले। कोषाध्यक्ष पद पर मीनाक्षी वर्मा 126, रुचि अरोड़ा 308, रूपचंद आजाद 45 व नवीन कुमार 62 व पुस्तकालय अध्यक्ष पद पर दीक्षा सिंह को 204 और सौरभ चैहान को 343 मत मिले। आय-व्यय निरीक्षक पद पर रजत जैन 260 और सागर कुमार 279 वोट प्राप्त किए। मुख्य चुनाव अधिकारी राजेश राठौर, सहायक चुनाव अधिकारी राव शबाहत अली, रविंद्र सहगल, मनीष हटवाल और दिविक चैहान ने विजयी प्रत्याशियों की घोषणा कर बधाई दी। वहीं, छह सदस्य कार्यकारिणी सदस्यों के लिए राजलक्ष्मी उपाध्याय, राकेश आर चैहान, अमित कश्यप, सचिन कुमार चैहान, आयुष सिंह चैहान और हिमांक गुप्ता को विजेता घोषित किया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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