हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मला के श्रीमहंत रेशम सिंह की अगुवाई में निर्मल भेख के संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की। लालकिला पर 400 साला प्रकाशोत्सव मनाने और करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलवाने पर संतों ने कृपाण और सिरोपा भेंट कर प्रधानमंत्री का धन्यवाद दिया। साथ ही गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी का मुद्दा भी प्रधानमंत्री के सामने रखा गया। वहीं दिल्ली से हरिद्वार पहुंचने पर संतों ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी से मिलकर पीएम मोदी से मुलाकात की पूरी जानकारी दी। प्रधानमंत्री आवास में श्रीमहंत रेशम सिंह की अगुवाई में निर्मल संतों, सिख समुदाय के उद्योगपति व शिक्षाविदों से भेंट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ही नहीं कई देशों की तरक्की में सिख समुदाय का अहम योगदान है। सिख समुदाय के गुरुओं ने लोगों को प्रेरणा दी। अपनी चरण रज से इस भूमि को पवित्र किया। इसलिए सिख परंपरा वास्तव में एक भारत श्रेष्ठ भारत की जीवंत परंपरा है। निर्मल संतों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल की तरह होता है। जिससे हम सबको सच्चाई की राह पर चलने की प्रेरणा मिलती है। इस अवसर पर श्रीमहंत रेशम सिंह और पंचायती अखाड़ा निर्मला के मुखिया महंत कश्मीर सिंह भूरीवाले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि जहां कहीं भी शताब्दी समारोह मनाए जाएंगे, लालकिला प्रकाशोत्सव की तरह लंगर की व्यवस्था निर्मल भेख करेगा। महंत जगजीत सिंह शास्त्री ने बतौर वक्ता संतों की तरफ से प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रधामंत्री से मुलाकात करने वालों में महंत प्रेम सिंह,महंत भूपेंद्र सिंह, महंत कर्मजीत सिंह, सेक्रेटरी महंत जगतार सिंह, कोठारी महंत गोपाल सिंह,महंत बिक्कर सिंह,महंत जुगराज सिंह,महंत महाबीर सिंह,महंत अंबरीक सिंह,महंत चमकौर सिंह सहित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से सतनाम सिंह संधू आदि शामिल रहे। श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से ही संतों के करीब रहे हैं। इसलिए उन्हें संत समाज का पूरा आशीर्वाद प्राप्त होता रहा है।
हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मला के श्रीमहंत रेशम सिंह की अगुवाई में निर्मल भेख के संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की। लालकिला पर 400 साला प्रकाशोत्सव मनाने और करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलवाने पर संतों ने कृपाण और सिरोपा भेंट कर प्रधानमंत्री का धन्यवाद दिया। साथ ही गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी का मुद्दा भी प्रधानमंत्री के सामने रखा गया। वहीं दिल्ली से हरिद्वार पहुंचने पर संतों ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी से मिलकर पीएम मोदी से मुलाकात की पूरी जानकारी दी। प्रधानमंत्री आवास में श्रीमहंत रेशम सिंह की अगुवाई में निर्मल संतों, सिख समुदाय के उद्योगपति व शिक्षाविदों से भेंट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ही नहीं कई देशों की तरक्की में सिख समुदाय का अहम योगदान है। सिख समुदाय के गुरुओं ने लोगों को प्रेरणा दी। अपनी चरण रज से इस भूमि को पवित्र किया। इसलिए सिख परंपरा वास्तव में एक भारत श्रेष्ठ भारत की जीवंत परंपरा है। निर्मल संतों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल की तरह होता है। जिससे हम सबको सच्चाई की राह पर चलने की प्रेरणा मिलती है। इस अवसर पर श्रीमहंत रेशम सिंह और पंचायती अखाड़ा निर्मला के मुखिया महंत कश्मीर सिंह भूरीवाले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि जहां कहीं भी शताब्दी समारोह मनाए जाएंगे, लालकिला प्रकाशोत्सव की तरह लंगर की व्यवस्था निर्मल भेख करेगा। महंत जगजीत सिंह शास्त्री ने बतौर वक्ता संतों की तरफ से प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रधामंत्री से मुलाकात करने वालों में महंत प्रेम सिंह,महंत भूपेंद्र सिंह, महंत कर्मजीत सिंह, सेक्रेटरी महंत जगतार सिंह, कोठारी महंत गोपाल सिंह,महंत बिक्कर सिंह,महंत जुगराज सिंह,महंत महाबीर सिंह,महंत अंबरीक सिंह,महंत चमकौर सिंह सहित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से सतनाम सिंह संधू आदि शामिल रहे। श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से ही संतों के करीब रहे हैं। इसलिए उन्हें संत समाज का पूरा आशीर्वाद प्राप्त होता रहा है।
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