हरिद्वार। नगरवासियों को बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग को लेकर भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी के नेतृत्व में पार्षदों ने मुख्य नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि तीर्थनगरी के उत्तरी हरिद्वार में लगभग 75 हजार की जनसंख्या निवास करती है। साथ ही प्रतिदिन हजारों तीर्थयात्री गंगा स्नान व मंदिरों के दर्शन व आश्रमों,धर्मशालाओं में निवास हेतु उत्तरी हरिद्वार में आते हैं। वर्तमान में स्थानीय निवासियों के साथ-साथ तीर्थयात्री भी बढ़ती बंदरों की संख्या से परेशान हैं।जंगलों में फलदार वृक्षों के अभाव व दूसरे शहरों से नगर पालिकाओं द्वारा बंदर पकड़ हरिद्वार सीमा पर छोड़ने के चलते उत्तरी हरिद्वार में अराजक हिंसक बंदर प्रतिदिन बच्चों, वृद्धों व महिलाओं पर घर में घुसकर ही हमला कर रहे हैं। बंदरों के हमले में अनेकों क्षेत्रीय नागरिक घायल व चोटिल हो चुके हैं। यही नहीं स्थानीय निवासियों का छत्त पर जाना व गलियों में निकलना भी दुश्कर हो रहा है। उन्होंने कहा कि शिवनगर, मुखिया गली,पावन धाम मार्ग, दुर्गानगर, त्यागी आश्रम वाली गली, कैलाश गली, कृष्णा गली, कुंज गली, बसंत गली, इन्द्रा बस्ती, कोरा देवी कॉलोनी, नई बस्ती,रामगढ़,भीमगोडा,हरकी पैड़ी,ब्रह्मपुरी,मंशा देवी मार्ग,ललतारौ पुल,काशीपुरा, बिल्वकेश्वर कॉलोनी,हिमालय डिपो गली,श्रवणनाथ नगर,रेलवे कॉलोनी, निरंजनी अखाड़ा समेत अनेक क्षेत्रों में क्षेत्रवासियों को बंदरों के आतंक का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों व स्कूल, ट्यूशन जाना भी मुश्किल हो गया है। पार्षद विनित जौली व अनिल वशिष्ठ ने कहा कि नगर निगम को जनहित में विशेष अभियान चलाकर बंदरों को पकड़ कर जंगलों में छोड़ना व इनकी संख्या में पर लगाम लगाने हेतु इनके बधियाकरण की वैज्ञानिक रूप से व्यवस्था किया जाना अत्यन्त आवश्यक है। पार्षद लोकेश पाल व मोनिका सैनी ने कहा कि सभी बस्तियों व कॉलोनियों में बंदरों के उत्पात से अराजकता व भय की स्थिति बनी हुई है। मुख्य नगर आयुक्त दयानन्द सरस्वती ने कहा कि शीघ्र ही अभियान चलाकर बंदरांे को पकड़वाया जायेगा। साथ ही आवारा पशुओं से भी शहर को मुक्त किया जायेगा। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से विनित जौली, अनिल वशिष्ठ, लोकेश पाल, मोनिका सैनी, सुनीता शर्मा, विकास कुमार विक्की, ललित रावत, सचिन बेनीवाल समेत अनेक पार्षदगण उपस्थित रहे।
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