हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने नीलपर्वत स्थित नीलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर मंदिर के अध्यक्ष महंत प्रेमदास महाराज के सानिध्य में भगवान शिव का दुग्धाभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि देवों के देव महादेव भगवान शिव सृष्टि के सर्व शक्तिमान देव हैं। जो भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान कर देते हैं। कैलाश वासी भगवान आशुतोष की शरण में जो भक्त श्रद्धा पूर्वक पहुंचता है। उसका कल्याण अवश्य ही निश्चित है। नीलेश्वर महादेव मंदिर एक पौराणिक स्थल है। यहां आने वाले सभी श्रद्धालु भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। महंत प्रेमदास महाराज वयोवृद्ध अवस्था में भी सनातन परंपराओं का निर्वहन करते हुए सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। जो संत समाज के लिए गौरव की बात है। महंत प्रेमदास महाराज ने कहा कि भगवान शिव की आराधना व्यक्ति का जीवन बदल देती है और श्रावण मास में इसका महत्व और बढ़ जाता है। नीलेश्वर महादेव मंदिर की महत्ता अति प्राचीन है। यहां आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों का कल्याण स्वयं ही निश्चित हो जाता है। भगवान भोलेनाथ बहुत ही दयालु है व कृपालु हैं। जो संपूर्ण श्रावण मास अपने भक्तों पर असीम कृपा बरसाते हैं। जो श्रद्धालु भक्त विधि विधान पूर्वक भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। उनका जीवन भवसागर से पार हो जाता है। इस अवसर पर महंत गोविंद दास,महंत रघुवीर दास,महंत बिहारी शरण, महंत राघव दास उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment