हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन ने गन्ना मूल्य बढ़ोतरी, मुफ्त बिजली समेत 13 सूत्रीय मांगों को लेकर राजधानी घेराव की चेतावनी दी है। इसके लिए एक सितंबर को हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंह नगर,नैनीताल और पौड़ी जिले में विरोध प्रदर्शन कर सरकार को एक माह का समय दिया जाएगा। एक सितंबर को रुड़की में किसानों की महापंचायत होगी। इसके बाद भी मांगें पूरी न होने पर अक्तूबर में किसान देहरादून में चक्का जाम करेंगे। सोमवार को प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता करते हुए भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी ने बताया कि सरकार ने सबसे पहले प्रदेश के 70 विधायकों का वेतन बढ़ाने का काम किया है। सरकार की नजर में सिर्फ 70 विधायक ही प्रदेश के सबसे ज्यादा गरीब व्यक्ति हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि विधायकों की वेतन बढ़ोतरी वापस लेते हुए किसानों का कर्ज माफ किया जाए। संजय चौधरी ने महापंचायत करके सरकार की नीतियों का विरोध करने का ऐलान किया है, उन्होंने कहा कि किसान की फसलों के रेट नहीं बढ़ाए जा रहे हैं, किसानों को फ्री में बिजली मिल रही है सरकार ने किसानों का बेड़ा गर्क कर दिया है, उन्होंने सरकार से 50 लीटर डीजल, फ्री बिजली, गन्ने के रेट 500 कुंटल और पहाड़ी क्षेत्रों में चकबंदी करने की भी मांग की है। मांगे ना माने जाने पर उन्होंने 1 अक्टूबर के बाद सचिवालय का घेराव करने की भी चेतावनी दी है। सड़कों पर सीपीयू द्वारा काटे जा रहे भारी भरकम रकम के चलाने को उन्होंने 10,000 के एवज में 100 का करने की मांग की है, उन्होंने कहा कि यातायात एक्ट में परिवर्तन करते समय सरकार ने कहा था कि इससे एक्सीडेंट कम हो जाएंगे जिसके बाद 10000 के चालान काटे जा रहे हैं,खुलेआम सीपीओ डकैती डाल रही है उन्होंने सरकार को जुमले बाजो की सरकार बताते हुए किसान विरोधी बताया है।उन्होंने कहा कि सरकार ने उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन किसानों की ओर देखा तक नहीं। जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने आरोप लगाया कि चाालन के नाम पर एआरटीओ और पुलिस उत्पीड़न कर रही है। आरोप लगाया कि अग्निवीर योजना लाकर देश की सुरक्षा को खतरे में डाला गया है और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। इस मौके पर संजय सिंह, धर्मेंद्र सिंह,रामपाल,वेदपाल,रामपाल सिंह,जोगिंदर सिंह, राजू शर्मा आदि शामिल रहे।
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