हरिद्वार। शादी का झांसा देकर युवती के साथ दुष्कर्म करने तथा जबरन गर्भपात कराने के मामले मे कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। सिडकुल थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश और युवती की शिकायत पर युवक पर दुष्कर्म और जानकारों पर गर्भपात कराने, मारपीट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार मूलरूप से सहारनपुर निवासी युवती 2016 से सिडकुल की एक कॉलोनी में किराए के मकान में रहती है। पड़ोस का एक युवक उनके घर आता-जाता रहता था। जिस कारण युवक से उसकी मित्रता हो गई। नजदीकियां बढ़ीं तो युवक अपने जन्मदिन का बहाना बनाकर उसे रुड़की के एक होटल में ले गया। आरोप है कि युवक ने वहां नशे की कोई चीज खिलाकर उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बना लिए, जब होश आया और विरोध किया गया तो युवक ने शादी करने का वादा किया। आरोप है कि युवक उसके बाद लगातार शारीरिक संबंध बनाने लगा, जब शादी की बात की जाती तो वह टालमटोल करता रहा। आरोप है कि इसी बीच वह गर्भवती हो गई। इसकी जानकारी जब आरोपी युवक को दी तो वह आग बबूला हो उठा और गाली गलौज कर मारपीट कर दी। आरोप है कि उसने अपनी एक जानकर से जबरन उसका गर्भपात कराया। आरोप है कि बीती 25 मई की शाम आरोपी युवक अपने परिजनों के साथ उसके घर में घुस आया और गाली गलौज कर मारपीट की। इसमें उसे गंभीर चोटें आई।इस संबंध में सिडकुल पुलिस एवं एसएसपी को भी शिकायत की गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। थक-हारकर कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार उनियाल के अनुसार प्रवीण कुमार पुत्र सेवाराम निवासी मोहल्ला नाजरपुरा मंगलौर पर दुष्कर्म और पूनम निवासी हेत्तमपुर,भांजे मोहित व अम्बरीश पुत्रगण अमर सिंह व जीजा अमर सिंह,बहन शकुन्तला पत्नी अमरसिंह,निवासीगण आन्नेकी के खिलाफ गाली-गलौज,मारपीट जान से मारने की धमकी देने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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