हरिद्वार। स्काउट गाइड के एक अलग जनपद के रूप में मान्यता प्राप्त शांतिकुंज में स्काउट गाइड का पांच दिवसीय राष्ट्रीय योग शिविर का आज समापन हो गया। शिविर में आंध्रप्रदेश, तेलंगाना,महाराष्ट्र,गुजरात,मप्र,उप्र,दिल्ली,पंजाब,हरियाणा,छत्तीसगढ़ सहित देश के 18 राज्यों के 97 प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। शिविर के समापन सत्र को संबोधित करते हुए देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ.चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि मनुष्य के अंदर अनेक प्रतिभा छिपी है,इसे निखारने से ही वह बाहर आती है,तो वही व्यक्तित्ववान,प्रतिभावान के रूप में दिखाई देता है। स्काउट गाइड के व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक सूत्र कुछ इसी तरह कार्य करता है। डॉ.पण्ड्या ने कहा कि जीवन को ऊँचा उठाने के लिए मुख्य रूप से दो धारा काम करती है। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न राज्यों से आये प्रतिभागियों को शिविर में सीखे अनुभवों, सूत्रों को विद्यार्थियों के विकास में लगाने के लिए प्रेरित किया। जिला शिक्षा अधिकारी कमलेश गुप्ता ने भी अपने अनुभवों को साझा करते हुए शिविर के सफल संचालन के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शांतिकुंज हरिद्वार योग को पूरे विश्व में फैलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। शिविर समन्वयक महेन्द्र शर्मा ने बताया कि पांच दिवसीय इस योग शिविर में विभिन्न राज्यों से आये 55 स्काउट मास्टर्स एवं 42 गाइड कैप्टन ने भाग लिया। इस दौरान सर्वधर्म समभाव,कैम्प फायर, प्राणायाम,योग प्रशिक्षण सहित विभिन्न विधाओं की विस्तार से जानकारी दी गयी। उत्तराखण्ड भारत स्काउट गाइड सचिव रविन्द्र मोहन काला ने स्काउटिंग में योग के महत्त्व विषय पर अपने विचार प्रकट किया। देसंविवि के कुलसचिव बलदाऊ देवांगन,महेश मुच्छाल,वंदना तिवारी,सुमनवाला,हरीश उनियाल,जिला आयुक्त सीताराम सिन्हा,डीटीसी नरेन्द्र सिंह,जिला संगठन आयुक्त मंगल सिंह गढ़वाल, सूर्यनाथ यादव, विवेक सुबुद्धि, गायत्री साहू, जयप्रकाश आदि ने प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया।
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