हरिद्वार। थाना सिडकुल क्षेत्र में गैंगरेप के मामले में दस हजार के इनामी आरोपी को पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की कर जबरन चुराने के मामले में पुलिस ने पति-पत्नी समेत 19 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल सभी आरोपी घर से फरार हैं जबकि पुलिस आरोपियों के घर दबिश दे रही है। सिडकुल पुलिस के अनुसार रविवार को पुलिस जब गश्त कर रही थी,इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर चेतक पुलिस ने हजारा ग्रंट गांव में दस हजार के इनामी बदमाश वाजिद को पकड़ लिया। लेकिन तभी पुलिस को गांव की महिलाओं ने घेर लिया और धक्का-मुक्की करने लगी। आरोप है कि धक्का-मुक्की करते हुए महिलाओं ने आरोपी को पुलिस के कब्जे से छुड़ा लिया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। फरार इनामी बदमाश में तलाश में भी एक पुलिस टीम तलाश में जुट गई है। पुलिस के अनुसार करीब चार महीने पहले एक महिला ने सिडकुल थाने में हजारा ग्रंट निवासी तीन युवकों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। महिला का कहना था कि तीन युवक डेंसो चौक पर उसे मिले और बाग में मजदूरी कराने के बहाने अपने साथ ले गए। आरोप है कि तीनों ने उसके साथ गैंगरेप किया और फरार हो गए। पुलिस ने मामले में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई बार दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं आए। तीनों की गिरफ्तारी पर पुलिस प्रशासन की ओर से 10,000 का इनाम भी घोषित किया गया था। थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार उनियाल के अनुसार दस हजार के इनामी वाजिद को पुलिस ने रविवार को पकड़ लिया था, लेकिन तभी कई महिलाएं इकट्ठा हो गई और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की करते हुए आरोपियों को छुड़ा लिया। पुलिस प्रभारी निरीक्षक के अनुसार वाजिद और आबिद पुत्र शौकत मुमताज पत्नी वाजिद हुस्न की पत्नी सहित 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ आरोपी को पुलिस गिरफ्त से छुड़ाने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, धक्का-मुक्की करने समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनके घरों में दबिश दी जा रही है, लेकिन सभी आरोपी घर से फरार बताए जा रहे हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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