हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए नारसन एवं खानपुर में प्रगति पर नाराजगी जताते हुए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के सम्बन्ध में बहादराबाद,भगवानपुर,हरिद्वार अर्बन,खानपुर, लक्सर,नारसन, रूड़की आदि क्षेत्रों में अब तक की टीकाकरण की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने नारसन तथा खानपुर में टीकाकरण-खसरा, डिप्थीरिया आदि की धीमी प्रगति के सबन्ध में नाराजगी प्रकट की तथा इन क्षेत्रों में किन कारणों से टीकाकरण की प्रगति धीमी रही है,के सम्बन्ध में सम्बन्धित की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे एक दिसम्बर से प्रारम्भ होने वाले विशेष टीकाकरण सप्ताह के अन्तर्गत टीकाकरण का जो लक्ष्य रखा गया है,उसे प्राप्त करना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में लक्ष्य प्राप्त न करने वालों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जायेगी, जिसकी समीक्षा आगामी 15 दिसम्बर को की जायेगी। उन्होंने कहा कि अपना लक्ष्य प्राप्त करने वाले एनएनएम को प्रोत्साहित भी किया जायेगा,जिसके तहत जनपद में जो एएनएम टीकाकरण का अपना लक्ष्य जितनी जल्दी से प्राप्त कर लेंगे, ऐसे 10 प्रथम एएनएम को पांच-पांच हजार की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी। श्री पाण्डेय ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीनेशन की तरह ही टीकाकरण कार्यक्रम को भी युद्ध स्तर पर चलाना सुनिश्चित करें, जिसमें प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा। उन्होंने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि ईंट-भट्ठा बाहुल्य वाले क्षेत्रों में निवासरत बच्चों के टीकाकरण के लिये अलग से एक कार्य योजना तैयार कर ली जाये, जिसमें प्रशासन तथा पुलिस के अधिकारियों का विशेष सहयोग लिया जाये। जिलाधिकारी ने बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि वे प्रत्येक एसीएमओ को टीकाकरण के सफल संचालन के सम्बन्ध में दो-दो ब्लाकों की जिम्मेदारी दें तथा वे जिसकी प्रगति रिपोर्ट मुझे उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अध्यापक बच्चों को टीकाकरण के लिये प्रोत्साहित करते हुये रैलियां आदि निकालें तथा बैनरध्पोस्टर आदि के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0कुमार खगेन्द्र, जिला शिक्षा अधिकारी एस0पी0 सेमवाल, डॉ0 कोमल,बाल विकास परियोजना अधिकारी सुश्री सुलेखा सहगल,स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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